पंजे पर प्रशांत! जनसुराज को तिलांजलि अब कांग्रेस का दामन थामेंगे पूर्व चुनावी रणनीतिकार

अपनी जनसुराज यात्रा के जरिये बिहार की गलियों का खाक छानने के बाद प्रशांत को इस बात का अंदाजा हो गया कि अभी उनके लिए बिहार में कोई सियासी स्पेस नहीं है. खास कर जिस प्रकार सीएम नीतीश के द्वारा जातीय जनगणना कार्ड खेला गया है, उसके बाद पूरी बिहार की राजनीति पिछड़ावाद की ओर चल पड़ी है. इस जमीनी हालत  को समझते हुए प्रशांत ने कांग्रेस के साथ जाना श्रेयस्कर समझा, ताकि 2024 के महासंग्राम में एक सियासी ठिकाना मिल सकें.

पंजे पर प्रशांत! जनसुराज को तिलांजलि अब कांग्रेस का दामन थामेंगे पूर्व चुनावी रणनीतिकार