बाबूलाल के पिच पर हेमंत का छक्का! वक्त की बेहरम मार, 1932 की काट खोजता ‘डोमिसाइल मैन’

अब देखना होगा कि 2024 आते आते यह पैतरेबाजी किस मुकाम पर पहुंचता है. लेकिन इतना तय है कि यदि 2024 के महासंग्राम में बाबूलाल झामुमो के कोर वोटर आदिवासी मतदाताओं को तोड़ने में नाकामयाब रहते हैं, तो अध्यक्ष की कुर्सी  जाना तय है.

बाबूलाल के पिच पर हेमंत का छक्का! वक्त की बेहरम मार, 1932 की काट खोजता ‘डोमिसाइल मैन’