Ranchi-जिस सर्वजन पेंशन, राशन कार्ड और अबुआ आवास की योजना को पूर्व सीएम चुनावी संग्राम में तुरुप का पत्ता के रुप में इस्तेमाल करने की योजना पर काम करते दिख रहे थें, कल्पना सोरेन अब पूर्व सीएम हेमंत की उसी सियासी बिछात को सरजमीन पर बिछाती दिख रही है. आज गिरिडीह बेंगावाद प्रखंड में आयोजित एक चुनावी सभा में सीएम चंपाई सोरेन और तेजस्वी यादव की उपस्थिति में कल्पना सोरेन ने दावा किया कि “भाजपा की डबल इंजन सरकार ने 11.5 लाख नाम राशन कार्ड से हटाए, तो हेमन्त ने 20 लाख राशन कार्ड दिए. डबल इंजन सरकार ने राज्य में 7 हजार सरकारी स्कूल बंद किए, तो हेमंत सोरेन ने सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाने की शुरुआत की. डबल इंजन की सरकार ने मनरेगा का पैसा बंद किया तो बिरसा हरित ग्राम योजनाओं को धरातल पर उतारा.
सर्वजन पेंशन और राशनकार्ड को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी
कल्पना सोरेन ने दावा किया कि भाजपा और केंद्र सरकार ने सिर्फ जुमलेबाजी की, जबकि हेमन्त ने कई लोक-कल्याणकारी योजनाओं के साथ लंबी लकीर खींचने का काम किया. राज्य में बहू-बेटियों, माताओं-बहनों को आगे बढ़ाने के लिए कई हजार करोड़ की योजनाओं को चलाया. साफ है कि इस चुनावी संग्राम के बीच कल्पना सोरेन सर्वजन पेंशन और राशनकार्ड के साथ ही अबुआ आवास योजना को अब मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है. यहां एक बात ध्यान रखने की है कि जहां आदिवासी बहुल इलाकों में कल्पना सोरेन हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को बड़ा सियासी मुद्दा बनाने की कवायद करती नजर आती है, वहीं गैर आदिवासी बहुल इलाके में हेमंत सरकार की योजनाओं को सामने रख कर जनता की सहानुभूति बटोरने की होती है.
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