Patna-पीएम मोदी के नामांकन से नीतीश कुमार की दूरी बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है, सीएम नीतीश की बिगड़ी तबीयत को भी संदेह की नजरों से देखा जा रहा है. इस बात का दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार की तबीयत तो बिल्कुल दुरुस्त है, लेकिन वह पीएम मोदी के नामांकन में शामिल नहीं होना चाहते, और इसी कारण से खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
मुंगेर में दिखा जंगलराज का असली चेहरा
इस बीच तेजस्वी यादव ने यह दावा ठोक कर इस संदेह को भी गहरा बना दिया है कि उनके सिर पर चाचा नीतीश का आशीर्वाद कायम है, वह तो चाचा नीतीश के सपने को पूरा करने का संघर्ष कर रहे हैं, चाचा आज भी अपने उस दावे पर कायम है कि जो 2014 में आये थें, 2024 में उनकी विदाई होने वाली है. इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने मुंगेर लोकसभा में अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि मुंगेर की जनता ने सारा तिकड़म फेल कर दिया. जिस जंगलराज का भाजपा रोना रोते रहती है, उसका असली चेहरा मुंगेर में देखने को मिला. जहां दलित पिछड़ी जातियों को वोट देने से रोका गया, एक अपराधी के सहारे दलित-पिछड़ों की हकमारी की कोशिश की गयी, लेकिन यह जनता है, उसकी ताकत के सामने किसी का जोर नहीं चलता, इस साजिश के बावजूद मुंगेर की जनता ने लालटेन का रोशन कर दिया. भाजपा अब पांच वर्ष के लिए विपक्ष में बैठने की तैयारी करें. बिहार में उसके हिस्से कुछ नहीं आने वाला. महागठबंधन इस बार चाचा नीतीश के सपनों को पूरा करने जा रही है
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