Ranchi- JSSC-CGL पेपर लीक मामले में सदन के अंदर विपक्ष का हंगामा और सत्ता पक्ष के द्वारा कठोर कार्रवाई के दावे के बीच कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने एक बड़ा बयान दिया है. प्रदीप यादव ने कहा कि यह JSSC-CGL पेपर लीक कोई पहली घटना नहीं है, जिसको लेकर आज भाजपा हंगामा मचा रही है, पूरे देश की यह 43वीं घटना है. इसके पहले भी पूरे देश में इस तरह के 42 पेपर लीक हो चुके हैं. पूरे देश में एक बड़ा नेटवर्क इसके पीछे काम कर रहा हैं, एक सुसंगठित गिरोह है, निश्चित रुप से सरकार को इस मामले की तह तक जाने की कोशिश करनी चाहिए. लेकिन विपक्ष की कोशिश इसे सिर्फ झारखंड तक सीमित रखने की है. आखिर इसके पहले जो विभिन्न राज्यों में 42 पेपर लीक हुए हैं, उस पर भाजपा चुप क्यों है?
सीएम चंपाई ने सीबीआई जांच से किया इंकार
यहां ध्यान रहे कि आज जैसे ही बजट सत्र की शुरुआत हुई, यह मामला सदन में गर्माने लगा. बोकारो विधायक विरंची नारायण और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के नेतृत्व में विपक्षी विधायक बेल में पहुंच कर इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए हंगामा करने लगे, जबकि विधान सभा अध्यक्ष रविन्द्रनाथ महतो की ओर से विपक्षी सदस्यों को बार बार बेल से दूर रहने की हिदायत दी जाती रही. इस बीच सीबीआई जांच की मांग को नकारते हुए मंत्री आलमगीर आलम विपक्षी सदस्यों को यह आश्वासन देने की कोशिश करते नजर आये कि अभी मामले में राज्य सरकार की जांच जारी है, जरुरत पड़ने पर राज्य सरकार इस मामले में अगला कदम उठाने पर भी विचार करेगी. हालांकि सीएम चंपाई सोरेन ने साफ शब्दों में कहा कि इस मामले में कहीं से सीबीआई जांच की जरुरत नहीं है. यहां ध्यान रहे कि आज विधान सभा में प्रश्नकाल है, इस प्रश्न काल में सरकार की ओर से पेश अनुपुरक बजट पर भी सवाल पूछे जा सकते है, इसके साथ ही विनियोग विधेयक पर भी सहमति होनी है.
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