Ranchi-पूर्व सीएम हेमंत की सियासी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है, एक तरफ विनोद सिंह के साथ उनके कथित व्हाट्स चैट को लेकर तरह-तरह के दावे किये जा रहे हैं, इस बात का दावा किया जा रहा है उस व्हाट्स चैट में विनोद सिंह की ओर से सरकारी अधिकारों का तबादला से लेकर स्थानांतरण की सूची थमाई गयी है. और इसके बदले में भारी भरकम रकम का ऑफऱ दिया गया है, इसके साथ ही जेएसएससी परीक्षार्थियों का कई एडमिट कार्ड भी भेजा गया है, वहीं दूसरी ओर से उनके दिल्ली आवास से जिस बीएमड्ब्लू कार की बरामदगी की गई थी, अब दावा किया जा रहा है कि उक्त कार कांग्रेस कोटे से राज्यसभा सांसद धीरज साहू का है, यहां याद रहे कि यह वही धीरज साहू हैं, जिनके विभिन्न ठिकानों से करीबन 350 करोड़ की भारी भरकम राशि की बरामदगी हुई थी, तब इस राशि को ईडी की ओर से जब्त अब तक की सबसे बड़ी राशि बतायी गयी थी, यहां यह भी याद रहे कि धीरज साहू का व्यवासायिक साम्राज्य झारखंड से लेकर ओडिशा तक फैला हुआ है. कल ही ईडी ने धीरज साहू को इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है, और इधर आज विनोद सिंह के साथ पूछताछ की जा रही है. इस प्रकार साफ है कि कथित जमीन घोटाले से अब यह कहानी दूसरी कई दिशाओं में बढ़ती नजर आ रही है और इसके केन्द्र में पूर्व सीएम हेमंत है, हालांकि उनके आसपास किरदार कई खड़े किये जा रहे हैं, अब तक विनोद सिंह और धीरज साहू सामने आ चुके हैं, माना जा रहा है कि आने वालो दिनों में कई और किरदार भी सामने आ सकते हैं.
बीएमडब्लयू कार से इनोवा तक उलझती रही झारखंड की सियासत
लेकिन सीएम हेमंत की इस बीएमडब्लयू कार के साथ ही झारखंड के सियासी गलियारों में एक इनोवा कार की चर्चा तेज हो गयी है. हेमंत के बीएमडब्लयू कार की कथा को पूर्व सीएम रघुवर दास के JH01DV-1101 नम्बर वाली इनोवा कार से जोड़कर देखने-समझने की कोशिश की जा रही है.
यहां बता दें इस कार की कहानी पहली बार रघुवर शासन काल में मंत्री रहे सरयू राय के एक ट्वीट के बाद सामने आयी थी. तब सरयू राय ने दावा किया था कि सीएम रहते हुए रघुवर दास के द्वारा जिस इनोवा कार का प्रयोग किया जा रहा था, वह दरअसल प्रेम प्रकाश चौधरी के सहयोगी रहे पुनित भार्गव नामक शख्स की है, और यह कार आज भी रघुवर दास के गैराज में पड़ी है. यहां याद रहे कि यह वही प्रेम प्रकाश हैं, जिन्हे हेमंत सरकार में सत्ता के दलाल के रुप प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है. दावा किया जाता है कि प्रेम प्रकाश की ओर से इस कार को रघुवर दास को सप्रेम भेंट किया गया था. और जिस दिन मनीलांड्रिंग मामले में पूजा सिंघल की गिरफ्तारी हो रही थी, उस दिन तक यह कार रघुवर दास के ही गैराज में खड़ी थी. अब सवाल खड़ा होता है कि हेमंत सोरेन के आवास से एक बीएमडब्लू कार की बरामदगी के बाद धीरज साहू को तो आनन-फानन में पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. लेकिन सरयू राय के द्वारा बार-बार सबूत पेश किये जाने के बावजूद भी उस इनोवा पर पूछताछ की गाड़ी आगे क्यों नहीं बढ़ी?
बीएमडब्लयू पर ताबड़तोड़ जांच और इनोवा पर खामोशी से उठते सवाल
हालांकि एक सच्चाई यह भी है कि इस बीच पूर्व सीएम रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाकर एक्टिव पॉलिटिक्स से किनारा करने के साथ ही एक सुरक्षा कवच भी प्रदान कर दिया गया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब वह महज पूर्व सीएम थें, तब इस मामले में जांच क्यों नहीं की गयी? दूसरा सवाल यह भी खड़ा किया जा रहा है कि इस बीएमडब्लयू कार का प्रयोग भी पूर्व सीएम हेमंत के द्वारा इसके पहले नहीं किया गया था, बहुत संभव है कि दिल्ली पहुंचने के बाद उन्हे किसी विशेष स्थान की यात्रा करनी हो, अपने व्यक्तिगत कार्य के तहत उन्हे कहीं जाने की जरुरत हो, और इसके लिए इस कार की मांग की गयी हो, इस बीच ईडी वहां पहुंची और उसने इस कार को जब्त कर लिया, तो क्या महज इसी आधार पर इस कार मालिक पूर्व सीएम हेमंत को बता दिया जायेगा. और यदि कार मिलना ही गुनाह तो फिर रघुवर दास गुनाह के मुक्त कैसे हैं, जबकि रघुवर दास के द्वारा तो उक्त इनोवा कार का उपयोग पूरे सीएम कार्यकाल के दौरान और पूर्व सीएम का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद यह कार उनके गैरज में पड़ी रही. तो क्या झामुमो का यह दावा कि सीएम हेमंत के खिलाफ राजनीतिक बदले की कार्रवाई की जा रही है, सिर्फ एक सियासी बयान है, या उनके इस आरोप में कोई दम है.
यहां यह भी याद रहे कि जैसे ही पूर्व सीएम हेमंत के दिल्ली आवास से बीएमडब्लयू की बरामदगी की खबर सामने आयी, सुधीर चौधरी जैसे देश ने नामी गिनामी पत्रकार के द्वारा यह दावा किया गया कि एक आदिवासी सीएम को आलिशान जिंदगी जीने की लत लग चुकी है, वह बीएमडब्लयू की सवारी करते हैं, चार्टेड विमान से आसमान में उड़ते हैं, तो क्या दर्द इस बात की है कि जिस बीएमडब्लयू को कभी देश के चुनिंदा हिस्से की सवारी माना जाता था, आज उसका इस्तेमाल झारखंड जैसे पिछड़े राज्य का मुखिया के द्वारा किया जा रहा है. सच्चाई जो भी हो, लेकिन इतना जरुर है कि इस बीएमडब्लयू कार के साथ ही सत्ता के गलियारों उस इनोवा कार की चर्चा खूब हो रही है. इस बीच खबर यह भी है कि जिस बीएमडब्लयू का लेकर झारखंड की सियासत में बवाल काटा जा रहा है, और सीएम हेमंत की मुश्किलों के साथ ही धीरज साहू को लपेटे में लेने की कोशिश की जा रही है, दरअसल वह कार कोलकाता के एक व्यवसायी का है, जिसकी खरीद हरियाणा से हुई है. दावा है कि धीरज साहू का बेटा और उक्त व्यवसायी का बेटा आपस में अच्छे दोस्त है. और किसी जरुरी काम के लिए इस कार को पूर्व सीएम आवास पर भेजा गया था.