TNP DESK-भारत जोड़ो यात्रा के दौरान असम पहुंचे राहुल गांधी को संत श्री शंकरादेव के जन्मस्थान का दर्शन की अनुमति नहीं मिलने के बाद पूरे देश में कांग्रेस समर्थकों की ओर से विरोध तेज होता नजर आ रहा है. यह सवाल खड़ा किया जाने लगा है कि क्या अब मठ-मंदिर और गिरजाघर जाने के पहले भी भाजपा की अनुमति लेनी होगी, क्या यह भाजपा तय करेगी कि कौन मंदिर जायेगा और किसको जाने की अनुमति नहीं होगी. आखिर हम देश में यह कौन सा लोकतंत्र चल रहा है, जहां विरोधी दलों के नेताओं के लिए मंदिर के दरवाजे भी बंद किये जा रहे हैं, उनको मंदिर में प्रवेश से रोका जा रहा है.
बर्दास्त के लायक नहीं है भाजपा की यह गुंडागर्दी
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने तो इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर मोर्चा खोलते हुए लिखा है कि ‘मंदिर जाने से रोकना? समझ क्या रखा है? अब धार्मिक स्थलों पर भी इनका नियंत्रण चलेगा क्या? ये गुंडागर्दी ज़्यादा दिन की नहीं हैं. समझ लीजिए. जब कोई सुबाहु और मारीच किसी को पूजा, यज्ञ करने से रोकते हैं, तब-तब प्रभु श्री राम उसका वध करते हैं. अति का अंत निश्चित है” वहीं एक कांग्रेस समर्थक यूजर ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए लिखा है कि प्रभु श्री राम भी बीजेपी बालो को माफ नहीं करेंगे, क्यूं की भगवान जान रह गए हैं ये लोग उनके नाम पर राजनीति खेल रहे हैं. राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा सनातन धर्म का गुरु शंकराचार्य को बनाना चाहिए था, लेकिन कैमराचार्य कर रहे है.ये लोग हमारे हिंदुत्व की सुंदरता को बर्बाद कर रहे हैं.
ध्यान रहे कि आज राहुल गांधी का असम स्थित संत श्री शंकरादेव के जन्म भूमि पर स्थित मंदिर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन दावा किया जाता है कि असम सरकरा के द्वारा राहुल गांधी को इसकी अनुमति नहीं प्रदान की गयी, जिसके बाद पूरे देश से इसके विरोध में आवाज उठने की शुरुआत हो गयी. खास कर कांग्रेसी समर्थकों दावा है कि राम के इस प्राण प्रतिष्ठा में भी भाजपा सियासत करने की कोशिश कर रही है, वह हिन्दूओं के आस्था पुरुष श्री राम के सहारे 2024 का सियासी बैतरणी पार करने की साजिश रच रही है, और यही कारण है कि विरोधी दलों के नेताओं को मंदिर जाने से रोका जा रहा, उन्हे मंदिर जाने की अनुमति नहीं दी जी रही है. कांग्रेस की ओर से अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा गया है कि “भारत जोड़ो न्याय यात्रा' आज असम में है. राहुल गांधी जी आज सुबह मंदिर में दर्शन करने जाने वाले थे. उनका यहां जाना पहले से तय था. अब BJP सरकार ने पुलिस लगाकर उन्हें मंदिर जाने से रोक दिया. आखिर मंदिर जाने से क्यों रोका जा रहा है? आस्था पर पहरा लगाने वाले ये कौन होते हैं.
पागल हो गया है हिमंत विश्व शर्मा
एक दूसरे हैंडल से ओवरसी कांग्रेस की ओर लिखा गया है कि राहुल गाँधी जी और कॉंग्रेस पार्टी के अन्य नेता संत श्री शंकरादेव के जन्मस्थान जाना चाहते थे, असम पुलिस ने उन्हें रोक दिया, राहुल गांधी ने कौन सा अपराध किया है जो उन्हें रोका जा रहा, पुलिस के पास कोई जवाब नहीं, पागल हो गया है असम का सीएम हिमंत विश्व शर्मा. तो झारखंड से इसके विरोध में आवाज उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने लिखा कि “आदरणीय श्री @RahulGandhi जी को मंदिर जाने से रोका गया, हो सकता है ये ख़बर न्यूज़ चैनल में ना दिखाए जाए! सुनिए, समझिए और बताइए क्या यह सही है? वहीं मशहूर पत्रकार रवीश कुमार ने लिखा है कि “मंदिर में कौन जाएगा, यह कौन तय करेगा? क्या उनके हुक्म से मंदिरों के कपाट खुलेंगे? राष्ट्रपति दिल्ली में हैं. अयोध्या नहीं गई हैं. उनसे पूछा जा सकता है या फिर आडवाणी से भी जो शीतलहर के कारण अयोध्या नहीं गए हैं”
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