Patna- देश में जारी राम भक्ति का उमंग और रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर जारी सियासत के बीच राजद नेता और नीतीश सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव ने तंज भरे लहजे में सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि “राम तो सबके मन में हैं….अंधभक्त राम को लाने से पहले अपने अंदर के रावण को बाहर निकालें क्योंकि राम के लोग कभी भेदभाव नहीं करते ….सबसे पहले महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार बंद होना चाहिए और ग़रीबी और भूख जैसे रावण को कैसे ख़त्म करे इस पर विचार होना चाहिए। राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेके चलिए”
बिहार में है उत्सव का माहौल
ध्यान रहे कि आज भी अध्योध्या में भगवान राम की प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा हो रही है, इस अवसर पर पूरे देश के साथ ही बिहार में भी उत्सव का माहौल है. पटना के महावीर मंदिर में 1100 दीप प्रज्जवलित करने और 10 हजार किलो नैवेद्यम प्रसाद बनाने तैयारी है. पटना के ही इस्कॉन मंदिर में भी करीबन एक लाख दीप प्रज्जवलित करने की योजना है. उधर मां जानकी की जन्मभूमि पुनौरा धाम मे 51 हजार दीये प्रज्जवलित किये जायेंगे.
जगजाहिर है तेजप्रताप का कृष्ण प्रेम
यहां यह बता दें कि तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप का कृष्ण प्रेम जगजाहिर है, वह बराबर मथुरा और अयोध्या का दौरा करते नजर आते हैं, लेकिन जब पूरे देश में राम भक्ति अपने सर्वोच्च स्तर पर है, उस समय उनके द्वारा अंधों के दिमाग के अंदर बसे रावण को निकाल बाहर करने की सलाह का एक साफ सियासी संदेश है, दरअसल वह अपने बयान से यह साफ करना चाहते हैं कि राम सिर्फ भाजपा के नहीं है, यह तो पूरे देश के प्रतीक है, लेकिन भाजपा जिस तरीके से आस्था के इस सर्वोच्च पुरुष को भी अपने वोटों का हथियार बनाना चाहती है, वह जनभावनाओं के साथ एक छलावा है. धार्मिक भावनाओं का सियासी दोहन है.
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