Ranchi-लोहरदगा समेत तीन लोकसभा सीटों के लिए एकतरफा प्रत्याशी का एलान कर जश्न मनाती कांग्रेस को आज बड़ा झटका लगने वाला है. खबर है कि आज राजद चतरा और पलामू लोकसभा सीट के लिए किसी भी वक्त अपने प्रत्याशी का एलान कर सकती है. इसके पहले सीपीआई, एमएल बरही लोकसभा से बगोदर विधायक विनाद सिंह के नाम का एलान कर चुकी है. यानि महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, राजद और माले अपनी-अपनी दावेदारी ठोंक चुके हैं, जबकि जिस पार्टी के भरोसे झारखंड में सियासी फसल काटी जानी है, झामुमो की ओर से अब तक किसी भी लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी का एलान नहीं किया गया है. इस मामले में झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने अपनी स्थिति साफ करते हुए कहा कि हम कांग्रेस की ओर प्रत्याशियों का एलान का इंतजार कर रहे हैं, जैसे ही कांग्रेस अपने प्रत्याशियों का एलान करती है, उसके बाद ही झामुमो अपने प्रत्याशियों का एलान करेगी. दरअसल इस नाराजगी की मुख्य वजह लोहरदगा की सीट है, झामुमो इस सीट पर अपने दावेदारी ठोक रहा था, उसका दावा था कि उस लोहरदगा में उसके पास चमरा लिंडा जैसा मजबूत उम्मीदवार है, जबकि जिस सुखदेव भगत को कांग्रेस की ओर से मैदान में उतारा जा रहा है, वह पहले भी अपनी सियासी कुब्बत दिखला चुके हैं, और वह कोई बड़ा चमत्कार नहीं दिखा पायें है.
बड़े भाई की भूमिका छोड़ने को तैयार नहीं कांग्रेस
दावा किया जाता है कि झामुमो की ओर से लगातार लोहरदगा सीट पर अपनी दावेदारी ठोकी जा रही थी, इस बात समझाने की कोशिश की जा रही थी कि कांग्रेस के लिए यह सीट निकालना मुश्किल साबित हो सकता है, लेकिन जब तक इस बातचीत का कोई नतीजा निकलता कांग्रेस हजारीबाग, खूंटी और लोहरदगा सीट के लिए एकतरफा अपने प्रत्याशियों का एलान कर चुकी थी. सियासी जानकारों का दावा है कि हेमंत की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस अब बदली भूमिका में नजर आती दिख रही है, जहां बिहार और यूपी में वह छोटे भाई की भूमिका में रहने को मजबूर है, लालू और अखिलेश के सामने उसे सीटों की चिरौरी करनी पड़ रही है, वहीं झारखंड के बदले सियासी हालात में वह बड़े भाई की भूमिका छोड़ने को तैयार नहीं है, जबकि जमीन पर उसकी सियासी पकड़ कहीं दिखलायी नहीं पड़ती. दावा तो यह भी किया जा रहा है कि भाजपा की तरह कांग्रेस भी हेमंत की गिरफ्तारी का सियासी लाभ उठाने की रणनीति पर काम कर रही है, यानि उसकी कोशिश झामुमो की जमीन पर अपनी सियासी फसल को काटने की है, कम से कम लोहरदगा में वह इसी राह पर चलती दिख रही है, इस बीच राजद ने कांग्रेस की इस बढ़ती हसरतों पर विराम लगाने का फैसला कर लिया है, दावा किया जात है कि आज शाम शाम तक वह चतरा और पलामू से अपने प्रत्याशी का एलान कर सकती है. बताया जा रहा है कि राजद चतरा से सत्यानंद भोक्ता और पलामू से ममता भुईंया को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है. और यदि ऐसा होता है कि बिहार के बाद झारखंड में कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका होगा, क्योंकि इसके पहले बिहार में 15 सीटों की मांग पर अ़ड़ी कांग्रेस को लालू ने 9 सीटों के साथ घूटने पर ला खड़ा किया था, अब लालू झारखंड में भी उसी राह पर बढ़ते दिख रहे हैं, लेकिन इस पूरे खेल में अब झामुमो की क्या भूमिका होगी, देखने वाली बात होगी.
आप इसे भी पढ़ सकते हैं