Ranchi-धनबाद के सियासी अखाड़े में उतरने को बेचैन सरयू राय ने भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ढुल्लू महतो के उपर कुल 49 मामले दर्ज होने का आरोप लगाते हुए सरयू राय ने कहा कि इसमें से आर्म्स एक्ट के 15, लूट और रंगदारी के 13 के साथ ही मर्डर और अटेम्पट टू मर्डर के मामले हैं. चार मामलों में तो कोर्ट ने सजा का भी एलान कर दिया है, चार साल से अधिक की सजा हो चुकी है, जबकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि यदि किसी व्यक्ति को दो साल की सजा मिलती है, तो वह चुनाव लड़ने से अयोग्य हो जायेगा, बावजूद इसके भाजपा ने ढुल्लू महतो को उम्मीदवार क्यों बनाया एक बड़ा सवाल है. क्या इसी तरह के आपराधिक चरित्र वाले व्यक्ति को भाजपा संसद भेजना चाहती है और यदि इसी तरह का आपराधिक इतिहास का व्यक्ति धनबाद से संसद में जायेगा तो धनबाद की जनता की हालत क्या होगी?
पिछड़ी जातियों के उपर ही जुल्म ढाता रहा है ढुल्लू महतो
यही कारण है कि जैसे ही ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी की घोषणा हुई धनबाद में विरोध के स्वर तेज होने लगे. आज प्रिंस खान जैसा अपराधी यह सवाल खड़ा कर रहा है कि ढुल्लू महतो का विरोध सिर्फ उसकी जाति के कारण हो रहा है. तो यह जानकारी भी सामने आनी चाहिए कि ढुल्लू महतो के इस जुल्मों सितम का सबसे ज्यादा शिकार सबसे ज्यादा पिछड़ी जाति के लोग ही हुए हैं. कोयला मजदूरों से रंगदारी और ट्रक चालकों से हर ट्रक के बदले 1200 की वसुली करने वाला यही ढुल्लू महतो था.लेकिन जैसे ही कृष्णा अग्रवाल ने बाबूलाल को एक पत्र लिख कर ढुल्लू महतो का कच्चा चिठ्ठा खोला, धमकी की शुरुआत हो गयी, मुंह बंद रखने की चेतावनी दी जाने लगी. आज प्रिंस खान का ऑडियो सामने आया है, लेकिन वह आवाज प्रिंस खान की तो जरुर है, लेकिन स्क्रिप्ट कोई और लिख रहा है. हमने पहले भी प्रिंस खान की इस दहशतगर्दी के खिलाफ आवाज उठायी थी, विधान सभा में कार्रवाई की मांग की थी, इसके बाद राज्य सरकार ने केन्द्र को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की, लेकिन छह माह से अधिक का समय गुजरने के बाद भी उस पत्र का कोई जवाब नहीं आया और ना ही प्रिंस खान के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गयी. आखिर केन्द्र सरकार प्रिंस खान पर इतनी मेहरवान क्यों हैं? अब यह चुनाव आयोग की जिम्मेवारी है किवह प्रिंस खान के हाथ में हथकड़ी और कमर में रस्सी लगाकर वापस लाये. क्योंकि धनबाद में ढुल्लू महतो और प्रिंस के रहते हुए निष्पक्ष चुनाव कराना सम्भव नहीं है. प्रिंस खान और ढुल्लू का यह रिश्ता जगजाहिर है और इसके साथ ही सरयू ने इंडिया गठबंधन और कांग्रेस से धनबाद में एक साफ सुधरी छवि के व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाने की मांग भी की, हालांकि सरयू राय का इशारा खुद की उम्मीदवारी पर मुहर लगाने को था.
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