Ranchi: पूर्व भाजपा नेता सरयू राय के द्वारा धनबाद संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो के विरुद्ध मोर्चा खोलते ही धनबाद की सियासत में एक साथ की रंग देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ सरयू राय ढुल्लू महतो पर दर्ज आपराधिक मामले की पूरी जन्म कुंडली लोगों के सामने ला रहे हैं. मतदाताओं को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि ढुल्लू महतो जैसा आपाराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति जनप्रतिनिधि बन कर जाता है तो फिर आम लोगों से लेकर व्यवासायियों का क्या हाल होगा? शहर के अमन चैन का क्या होगा? आम लोगों की जिंदगी कैसी होगी? दूसरी ओर धनबाद का चर्चित गैंगस्टर प्रिंस खान के द्वारा कथित रुप से एक ऑडियो जारी कर सरयू राय पर निशाना साधा जा रहा है, इस बात की दावेदारी की जा रही कि दरअसल ढुल्लू महतो का महतो होना ही गुनाह है. सरयू राय ढुल्लू महतो पर दर्ज मामलों की सूची तो सामने ला रहे हैं, लेकिन दूसरे आपाराधियों की सूची पर मौन क्यों है? और क्या उसका कारण ढुल्लू महतो का पिछड़ी जाति से होना नहीं है. अब इसी कड़ी में तेली महासभा ने भी मोर्चा खोल दिया है.
क्या है तेली महासभा का आरोप
अब इस मामले में झारखंड तेली महासभा ने भी सरयू राय पर आरोपों की बारिश की है, तेली महा सभा के प्रदेश अध्यक्ष महतो महतो ने दावा किया है कि पिछड़ी जातियों को बलि बेदी पर चढ़ाने का सरयू राय का पुराना इतिहास है. जब जब किसी ओबीसी समाज के व्यक्ति ने सियासी रफ्तार पकड़ने की कोशिश की, सरयू राय ने उसके खिलाफ सियासी षडयंत्र शुरु कर दिया, चाहे वह लालू यादव हों या झारखंड के पूर्व सीएम रधुवर दास, सरयू राय के कारण पिछड़ों के मसीहा माने जाने वाले लालू यादव को जेल की हवा खानी पड़ी तो पूर्व सीएम रघुवर दास को सियासत की मुख्य धारा से रुखस्त होना पड़ा, और एक साजिश के तहत उन्हे उनके ही विधान सभा में पराजित किया गया. अब ढुल्लू महतो के साथ भी वही खेल हो रहा है. लेकिन धनबाद की तमाम पिछड़ी जातियां इस खेल को समझ रही है, और सरयू की राय की मंशा पूरी होने वाली नहीं है, वह दौर दूसरा था, सरयू राय जैसे नेताओं की बहकावे में पिछड़ा समाज ने लालू यादव का साथ छोड़ दिया था, जिसके बाद इनकी सियासी दुकान चलती रही, लेकिन ढुल्लू महतो से टकराने के बाद इनकी सियासी दुकान बंद होने वाली है. 75 वर्षों के बाद पहली बार किसी तेली जाति को यह मौक मिला है, और तमाम पिछड़ी जातियां आज ढुल्लू महतो के साथ खड़ी है. तेली महासभा ने घोषणा की है कि इस बार तेली महासभा की ओर से ना सिर्फ तेली जाति बल्कि तमाम पिछड़ी जातियों के बीच कैंपेन चलाया जायेगा, ताकि पिछड़ी की इस हकमारी पर रोक लग सके.
सरयू राय की सफाई
हालांकि कल ही सरयू राय ने अपनी सफाई में कहा था कि उनका विरोध ढुल्लू महतो का तेली जाति से आने के कारण नहीं है, उनका विरोध तो ढुल्लू महतो का आपराधिक पृष्ठभूमि को लेकर है. यहां यह भी याद रहे कि जब से भाजपा की ओर से ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी का एलान हुआ है, धनबाद में विरोध के स्वर तेज हैं, राजपूत महासभा ने भी अभी हाल ही में भाजपा को चेतावनी देते हुए प्रत्याशी बदलने या अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी. इस बीच टाईगर जयराम की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने कहा है कि हमारी लड़ाई जरुर स्थानीय चेहरे को लेकर थी, बाहरी चेहरों के विरोध में हम कल भी खड़े थें और आज भी खड़े हैं, लेकिन खतियानी का मतलब किसी आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को सामने लाने नहीं होता है, देखना होगा कि आने वाले दिनों में धनबाद की सियासत में और कौन कौन से रंग देखने को मिलते है. फिलहाल धनबाद झारखंड का सबसे हॉट सीट बना हुआ है, जहां हर दिन एक बडी खबर सामने आती है.
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