Ranchi- 36 घंटों तक मीडिया की नजर से दूर रहने के बाद भले ही सीएम हेमंत आज सबके सामने हैं. लेकिन, इन 36 घंटों में झारखंड की राजनीति में जो बवाल काटा गया, उसकी तपिश अब भी महसूस की जा रही है, जिस हेमंत सोरेन की खोज के लिए बाबूलाल 11 हजार रुपया देने का एलान कर रहे थें, भाजपा युवा मोर्चा अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर, उनकी खोज करने की मांग का सियासी ड्रामा कर रही थी, अब उसी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल के मानिसक स्वास्थ्य का इलाज के लिए झाममो 11 लाख देने की घोषणा की है, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया है कि बाबूलाल सीएम हेमंत की खोज के लिए 11 हजार रुपये देने का एलान करते हैं, झामुमो को उनके मानसिक स्वास्थ्य की चिंता हो रही है, और यही कारण है कि हमने उनके इलाज के लिए 11 लाख रुपये खर्च करने का मन बनाया है.
‘बापू हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल ज़िंदा है”
इसके साथ ही राष्ट्रपिता बापू के पुण्य तिथि पर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद ‘बापू हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल ज़िंदा है’ के नारे के साथ सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस बात का दावा किया कि बापू का कत्ल करने वालें, आज देश के लोकतंत्र के लिए खतरा बनते नजर आने लगे हैं, राष्ट्रपिता के बाद इनकी नजर अब देश के लोकतंत्र पर लगी हुई है, इनकी मंशा किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को जमींदोज करने की है.और इसका सबूत है, एक राज्य के मुखिया के प्रति इनके द्वारा किये जा रहे शब्दों का प्रयोग. अपने सियासी हमले में भाजपा यह भूल जाती है, हेमंत सोरेन किसी व्यक्ति का नाम नहीं, इस राज्य के मुखिया का नाम है, उसकी अपनी संवैधानिक मर्यादा है. सुप्रियो ने ईडी की मंशा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब सीएम की ओर से ईडी को इस बात की सूचना दे दी गयी है कि वह 31 जनवरी को उसके समक्ष उपस्थित होंगे, बावजूद इसके ईडी उनके आवास पर क्यों गयी, आज झारखंडियों के दिलो दिमाग में यह सवाल कौंध रहा है.
सीएम हेमंत के आवास से 36 लाख की बरामदगी की खबर निराधार
इसके साथ ही सुप्रियो ने यह सवाल भी खड़ा किया कि आखिर सीएम हेमंत के आवास के 36 लाख की बरामदगी हुई, इस खबर का स्श्रोत क्या है, इस खबर को पूरी तरह से निराधार बताते हुए सुप्रियो ने इस बात का दावा किया कि यह सिर्फ एक आदिवासी सीएम के राजनीतिक छवि को बर्बाद करने की मंशा से चलायी जा रही है, यदि किसी के पास इस खबर का कोई स्श्रोत है, तो उसे वह सामने लाये.
यह हेमंत सोरेन है हेमंता विसव सरमा या नीतीश कुमार नहीं
भाजपा को ललकारते हुए सुप्रियो ने इस बात का दावा भी किया कि हेमंत सोरेन वीर शिबू का बेटा है, नीतीश कुमार या हिमंत बिस्वा सरमा नहीं, कि जरा सा दवाब पड़ा और टूट गया, बिखर गया. भाजपा को इन चीजों से आगे बढ़कर 2024 की तैयारी में जुट जाना चाहिए, क्योंकि झारखंड की जनता उसे आईसीयू में भेजने का फैसला कर चुकी है.
Big Breaking-हाईवोल्टेज ड्रामा खत्म! सामने आये हेमंत, कुछ ही देर में जनता के बीच भी होंगे प्रकट
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