Ranchi- झारखंड कांग्रेस में जारी सर-फुटव्वल और विधायकों के बीच नाराजगी की खबरों के बीच झारखंड कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो और शहजादा अनवर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के. सी. वेणुगोपाल से मुलाकात झारखंड में कांग्रेस की जमीनी हकीकत और प्रदेश संगठन में सामने आ रही चुनौतियों से अवगत करवाया है.इस मुलाकात के बाद बंधु तिर्की ने दावा किया कि इस मुलाकात का मकसद सांगठनिक मुद्दे और आगामी लोकसभा चुनाव के संद्रर्भ में तैयारियों से अवगत करवाना था.आगामी लोकसभा चुनाव में विभाजनकारी शक्तियों का मुकाबला करने के लिये कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है और वेणुगोपाल से मिले दिशा निर्देश के अनुरूप संगठन को और भी धारदार बनाया जायेगा. ताकि आने वाले चुनाव में इंडिया गठबंधन के सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित हो सके.
क्या है इस मुलाकात के मायने
दरअसल सीएम चंपाई सोरेन के शपथ ग्रहण करने के बाद कांग्रेस संगठन में नाराजगी की खबर सामने आ रही है, करीबन एक दर्जन कांग्रेसी विधायकों ने भी इसके पहले वेणुगोपाल से मुलाकात कर अपनी नाराजगी को सामने रखा था, अब उसके बाद तीनों कार्यकारी अध्यक्ष के साथ दिल्ली रवाना हुए हैं, जहां उनकी मुलाकात एक बार फिर से वेणुगोपाल से हुई है. इस हालत में इस मुलाकात को कांग्रेसी विधायकों की नाराजगी से जोड़कर भी देखा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि विधायकों के द्वारा जिस नाराजगी का जिक्र आलाकमान के सामने किया गया है, जिस प्रकार से कांग्रेस नेतृत्व के द्वारा विधायकों को उनकी नाराजगी दूर करने का आश्वासन दिया गया है, यह मुलाकात उसी की अगली कड़ी है, दरअसल खबर यह है कि दिल्ली से संकेत मिलने के बाद ही ये तीनों कार्यकारी अध्यक्ष वेणुगोपाल से मिलने पहुंचे थें. जहां इन तीनों के द्वारा प्रदेश संगठन की चुनौतियों को सामने रखा गया, साथ ही विधायकों की नाराजगी को दूर करने के रास्ते भी बतलाये गयें, इस बीच खबर यह भी है कि दिल्ली आलाकमान जल्द ही झारखंड प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की सोच रहा है, ताकि लोकसभा चुनाव के पहले संगठन के स्तर पर पनम रही इस बेचैनी को दूर किया जाय.
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