ना ‘ठाकुर का बल्ला’ और ना काम आया ‘मीर की गेंदबाजी’, मुंह में हाथ डाल गीता को ले उड़े बाबूलाल! क्या कोड़ा दंपति की इंट्री के बाद भी कमल खिलाएंगे सरयू राय

सरयू राय की वापसी को लेकर संवाद की प्रक्रिया भी जारी है. लेकिन अब जब की मधु कोड़ा दंपत्ति की उनसे पहले ही भाजपा में इंट्री हो चुकी है, क्या सरयू राय अब भी भाजपा के साथ जाना स्वीकार करेंगे? क्योंकि जिस मधु कोड़ा की कहानी को बांच-बांच कर सरयू राय झारखंड में भाजपा की सियासी जमीन को तैयार किया था, बदले सियासी हालात में आज वही मधु कोड़ा पूरे शान शौकत के साथ भाजपा की शोभा बढ़ा रहे

ना ‘ठाकुर का बल्ला’ और ना काम आया ‘मीर की गेंदबाजी’, मुंह में हाथ डाल गीता को ले उड़े बाबूलाल! क्या कोड़ा दंपति की इंट्री के बाद भी कमल खिलाएंगे सरयू राय