डोल रही हेमंत की हिम्मत! आदिवासी-मूलवासियों की सरकार से लेकर गाजर-मूली की चर्चा, क्या है इसके सियासी निहितार्थ

क्योंकि आज भाजपा के निशाने पर सिर्फ हेमंत और यह सरकार नहीं है, आपका जल जंगल और जमीन भी है. सरकार गयी कि आपकी जमीनों की बोली लगने लगेगी, अडाणी से लेकर अंबानी तक की नजर आपकी जल जंगल और जमीन पर टिकी हुई है. उसके बाद आपको मुआवजा देने की रश्म निभायी जायेगी और आप किसान से मजदूर के रुप में तब्दील हो जायेंगे.

डोल रही हेमंत की हिम्मत! आदिवासी-मूलवासियों की सरकार से लेकर गाजर-मूली की चर्चा, क्या है इसके सियासी निहितार्थ