रांची (RANCHI): स्थायीकरण की मांग को लेकर राज्य के आठ हज़ार अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल अभी भी जारी है. सोमवार से राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत कार्यरत चालीस हज़ार सहियाकर्मी भी हड़ताल पर चली जाएंगी. सहकर्मी ₹18000 मासिक मानदेय ईपीएफ लागू करने और सरकारी कर्मी का दर्जा देने की मांग करेंगे. झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य सेवा संघ ने हड़ताल करने की घोषणा की है. संघ के अनुसार सहिया टीकाकरण से लेकर मात्री और शिशु स्वास्थ्य के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के सभी कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी निभाती है. लेकिन सहिया कर्मियों को महज ₹2000 प्रोत्साहन राशि मिलता है. ऐसे में सहिया कर्मियों का जीवन यापन मुश्किल होता है. इधर स्थायीकरण को लेकर आंदोलनरत पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल लगातार 1 हफ्ते से जारी है. इनका राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन दिन-रात जारी रहता है. झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम के तत्वाधान में आंदोलनकारियों ने रविवार को मानव श्रृंखला आयोजित कराई थी. शाम में कैंडल मार्च भी निकाला गया था. सोमवार को धरना स्थल पर पारा मेडिकल रक्त शिविर लगाएंगे. कोल्हान प्रमंडल के अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों ने जमशेदपुर में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवास का घेराव भी किया था. हालांकि बीच में हीं उन लोगों को रोक दिया गया. अनुबंध कर्मी वहीं सड़क पर बैठ गए जहां पहुंचकर मंत्री ने 7 फरवरी को उनके साथ बैठक करने का आश्वासन दिया. अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों ने अपनी हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है.
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