आरएसएस की विचारधारा नहीं, बिरसा मुंडा के रास्ते लड़ी जायेगी जल, जंगल जमीन की लड़ाई! चार फरवरी को राजधानी रांची में आदिवासी एकता महारैली

धर्मांतरित आदिवासियों को डिलिस्टिंग की मांग के बीच झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड जनाधिकार मंच के सुप्रीमो बंधु तिर्की ने 4 फरवरी को रांची की सड़कों पर आदिवासी एकता महारैली के जरिये शक्ति प्रर्दशन का एलान किया है. ध्यान रहे कि संघ परिवार के द्वारा छेड़ी गयी इस मुहिम को लेकर झारखंड से लेकर पूर्वोत्तर के तमाम राज्यों में आदिवासी समुदाय के बीच आग सुलगती दिखलायी पड़ रही है. डिलिस्टिंग की मांग को वृहतर आदिवासी समाज की एकता को विभाजित करने की संघी साजिश करार दिया जा रहा है.

आरएसएस की विचारधारा नहीं, बिरसा मुंडा के रास्ते लड़ी जायेगी जल, जंगल जमीन की लड़ाई! चार फरवरी को राजधानी रांची में आदिवासी एकता महारैली