घूप अंधेरे में एक ही राग, मोदी जी करेंगे बेड़ा पार! देखिये वर्ष 2023 में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका में कहां खड़ा रही भाजपा और बाबूलाल

लेकिन सवाल भी वहीं जाकर खड़ा हो जाता है कि जिन चेहरों को आगे किया गया है, क्या उन चेहरों पर पार्टी को विश्वास भी है, या महज इन चेहरों को आगे कर आदिवासी-मूलवासी समाज में एक भ्रम पैदा करने की कोशिश की गयी है. सच्चाई चाहे जो हो, लेकिन इतना तय है कि यदि लोकसभा चुनाव में बाबूलाल झामुमो का कोर वोटर आदिवासी मतदाताओं की सेंधमारी में असफल रहते हैं, तो वर्ष 2024 उनके लिए एक बार फिर से राजनीतिक अवसान का वर्ष बन सकता है.

घूप अंधेरे में एक ही राग, मोदी जी करेंगे बेड़ा पार! देखिये वर्ष 2023 में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका में कहां खड़ा रही भाजपा और बाबूलाल