ईडी के सामने हाजिरी से तेजस्वी का इंकार! चाचा नीतीश से मिल कयासबाजियों पर विराम, सियासी पहलवानों पर मुहर लगाने की कवायद तेज

विपक्ष अब ईडी के समन को ही चुनावी हथियार बनाना चाहता है, उसकी रणनीति यह है कि वह इस मुद्दे को लेकर चुनाव में जायें, और लोगों को यह समझाने की कोशिश करे कि ईडी को सामने कर भाजपा विपक्ष को आंतकित करना चाहती है, ताकि देश में मजदूर, किसान और नौजवानों की बेबसी सामने नहीं आ सकें. कमरतोड़ महंगाई और बेरोजगारी चुनावी  मुद्दा नहीं बन सके.

ईडी के सामने हाजिरी से तेजस्वी का इंकार! चाचा नीतीश से मिल कयासबाजियों पर विराम, सियासी पहलवानों पर मुहर लगाने की कवायद तेज