Ranchi- झामुमो कार्यकर्ता नजरुल इस्लाम के द्वारा कथित रुप से पीएम मोदी को चार सौ फीट नीचे जमीन में गाड़ने वाले बयान पर अब वार-पलटवार का खेल शुरु हो चुका है. भाजपा के कोहराम पर तंज कसते हुए झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया है कि नजरुल का गुनाह सिर्फ इतना भर है कि उसके नाम के साथ इस्लाम जुड़ा हुआ है. यदि यही बयान सुप्रियो भट्टाचार्य के द्वारा दिया जाता तो यह सुर्खी नहीं बनती, भाजपा इस पर कोहराम मचाती नजर नहीं आती, लेकिन नजरुल के साथ इस्लाम जुड़ा होना के कारण यह सुर्खी बना रहा है. चुनाव के पहले अब इस इस्लाम को आगे कर भाजपा हिन्दू-मुस्लिम के अपने महाभियान में जुट गयी है. सुप्रियो ने दावा किया कि नजरुल के निशाने पर भाजपा और उसकी जनविरोधी नीतियां थी, उसका तानाशाही रवैया था. लेकिन इस बयान को पीएम मोदी से जोड़ चुनावी लाभ लेने की साजिश रची जा रही है. अब तो भाजपा प्रवक्ता के द्वारा भी नजरुल पर जेहादी का ठप्पा लगा दिया गया, मानो भाजपा से सवाल करने वाला हर शख्स जेहादी है.
तरस आता है भाजपा की सोच है
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा की यह सोच पर तरस आता है. भाजपा को हमारे कार्यकर्ता के चुनावी सभाओं में दिये गये बयान के बदले पीएम मोदी से यह सवाल करना चाहिए कि उन्होंने अबकी बार चार सौ पार का नारा क्यों लगाया? यदि हमारे कार्यकर्ता इस बार चार सौ पार के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, जनभावनाओं को स्वर देते हैं, तो इसमें गुनाह क्या है? भाजपा को पहले इसका जवाब देना चाहिए, या फिर नजरुल के साथ इस्लाम जुड़ा होना भी अब देश में गुनाह की श्रेणी में आ गया है.
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