बगैर हेमंत की इंट्री के फंस सकता है छत्तीसगढ़ में कांटा! बावजूद इसके इस तुरुप के पत्ते को आजमाने से बचती दिख रही है कांग्रेस

कई जानकारों का दावा है कि अभी वक्त है, बहुत संभव है कि 17 नवम्बर के बाद दूसरे फेज होने वाले चुनाव के ठीक पहले हेमंत को सियासी अखाड़े में उतारा जा सकता है. यहां यह जानना भी जरुरी है कि अलग अलग दलों में रहने के बावजूद भी भूपेश बघेल और हेमंत सोरेन के बीच का रिश्ता काफी बेहतर है. और दोनों एक दूसरे को काफी सम्मान देते नजर आते हैं.

बगैर हेमंत की इंट्री के फंस सकता है छत्तीसगढ़ में कांटा! बावजूद इसके इस तुरुप के पत्ते को आजमाने से बचती दिख रही है कांग्रेस