Ranchi: सरयू राय और भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो की सियासी अदावत अब राजभवन तक पहुंच चुकी है. ढुल्लू महतो के खिलाफ सड़क हड़पने का आरोप लगाते हुए सरयू राय ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को पत्र लिख कर सड़क को मुक्त करवाने की मांग की है. दावा है कि वर्ष 2022 में ढुल्लू महतो ने एक जमीन की खरीद की थी, जिसके बगल से एक कच्ची सड़क गुजरती थी. लेकिन ढुल्लू महतो उक्त जमीन की खरीद के साथ ही कच्ची सड़क और उसके बगल की सार्वजनिक जमीन पर कब्जा कर एक बड़ा सा गेट लगा दिया. जिसके कारण ग्रामीणों का उक्त सड़क से आना-जाना बंद हो गया. 2022 से ग्रामीणों के द्वारा उक्त सड़क को मुक्त करवाने की मांग की जा रही है, लेकिन ढुल्लू महतो की नाम सुन कर प्रशासन भी ग्रामीणों का साथ देने से इंकार कर रहा है.
कोयले के धंधें में उगाही का आरोप
यहां ध्यान रहे कि ढुल्लू महतो को धनबाद लोकसभा से प्रत्याशी बनाये जाने के बाद से ही सरयू राय ने मोर्चा खोल रखा है. कभी किसानों की जमीन कब्जा करने का आरोप सामने आता है तो कभी कोयले के धंधे में उगाही का आरोप. इस बीच खबर यह भी है कि सरयू राय योजना निर्दलीय मैदान में कूदते हुए कांग्रेस से समर्थन हासिल करने की थी, लेकिन कांग्रेस ने बेरमो विधायक अनुप सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह पर दांव लगाने का फैसला कर लिया. जिसके बाद सरयू राय निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी में है. इस हालत में देखना दिलचस्प होगा कि सरयू राय की इंट्री से ढुल्लू महतो की किस्मत खुलती है या फिर अनुपमा सिंह का रास्ता साफ होता है या फिर इन दोनों को पछाड़ते हुए सरयू राय बाजी अपने नाम करते हैं. वैसे ढुल्लू महतो हो या अनुप सिंह दोनों का कारोबार कोयले का है. दोनों पर कुछ इसी तरह का आरोप लगता रहा है और इन दोनों के सामने सरयू राय की चुनौती है. ख़ास बात यह है कि ढुल्लू महतो हो या फिर अनुप सिंह दोनों ही सरयू राय को हल्के में लेने का जोखिम लेना नहीं चाहतें. क्योंकि कभी पूर्व सीएम रधुवर दास ने सरयू राय को हल्के में लेने की कोशिश की थी, और इसका खामियाजा उन्हें अपने ही विधान सभा में हार के साथ चुकानी पड़ी. और इससे साथ ही उनके सियासी कैरियर पर विराम लगता दिखा, और आखिरकार राज्यपाल के रुप मे ताजपोशी कर सक्रिय राजनीति से दूर बैठा दिया गया.
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