Ranchi- पीएम मोदी का दौरा समाप्त होते ही उनके भाषणों पर सियासत तेज हो गयी है. झामुमो महासचिव सुप्रियो ने पीएम मोदी के भाषण कड़ा एतराज जताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है. झामुमो नेता का दावा है कि पीएम मोदी जिस तरीके से देश को साम्प्रयादिक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह देश का संविधान का माखौल उड़ाना है. देश में पहली बार एक संवैधानिक पद पर बैठा शख्स इस तरह की निम्नस्तरीय भाषा का इस्तेमाल कर रहा है. चुनाव आयोग को एक राजनीतिक दल के रुप में भाजपा की मान्यता को समाप्त कर देश को एक संदेश देना चाहिए. राजनीतिक दल के रुप में मान्यता के लिए संविधान में कुछ प्रावधान किये गयें है, कई शर्ते जोड़ी गयी है, लेकिन पीएम मोदी उसकी एक एक शर्त की धज्जियां उड़ा रहे हैं, बावजूद इसके चुनाव आयोग चुप्प है, चुनाव आयोग की यह चुप्पी देश को एक दिन मंहगा पड़ने वाला है.
सुप्रियो ने दावा किया कि दो फेज के चुनाव में भाजपा की हवा निकल गयी है, और यही कारण है कि प्रधानमंत्री अब खुल्लम खुला हिन्दू मुसलमान पर उतर आयें है, लेकिन तीसरा फेज का चुनाव भाजपा के लिए और भी निराश करने वाला है, इस तीसरे फेज के बाद अपने चुनावी लाभ के लिए भाजपा पूरे देश को साम्प्रादायिक आग में झोंक सकती है, क्योंकि बगैर इसके उसके पास चुनाव जीतने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है. इस हालत में पूरे देश को सजग और सचेत रहने की जरुरत है, ताकि वह भाजपा की साजिशों का शिकार नहीं हो, किसी उकसावे की कार्रवाई में अपना धैर्य नहीं खो दें. सुप्रियो ने दावा किया पीएम मोदी के पास झारखंड को समझने की दृष्टि नहीं है, झारखंड की मूल मुद्दों क्या है, इसकी उन्हे कोई जानकारी नहीं है, जिसके कारण वह सिर्फ हिन्दू मुस्लिम कार्ड खेल कर चुनावी लाभ पाना चाहते हैं, लेकिन यह झारखंड है, यहां उनका हिन्दू मुस्लिम कार्ड नहीं चलने वाला है.
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