Patna-तेजस्वी की जनविश्वास रैली में आज पटना की सड़कों पर एक जनसैलाब उमड़ता दिख रहा है, जानकारों का दावा है कि यह भीड़ राजधानी पटना के पिछले 17 वर्षों का रिकार्ड को ध्वस्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर बढ़ती नजर आ रही है. पूरा पटना लाल हरे झंडे से पट्टा है, कोई भी ऐसी सड़क नहीं है, जहां जनसैलाब का समुन्द्र उमड़ता नहीं दिख रहा हो. सारी भीड़ एक साथ गांधी मैदान की ओर बढ़ती नजर आ रही है, इस बीच तेजस्वी यादव भी अपने पिता लालू यादव के साथ रथ पर सवार होकर मंच पर पहुंच चुके हैं. मंच पर मीसा भारती और रोहिणी आचार्या भी मौजूद है. भारी भीड़ को इंडिया गठबंधन का मतलब समझाते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि ‘इंडिया’ का मतलब रोजगार, रोजी रोटी की व्यवस्था और सरकारी नौकरी की गारंटी.
कांग्रेस राजद के बागी विधायकों के सामने खड़ा हो सकता है सियासी संकट
यहां याद रहे कि नीतीश की पांचवी पलटी के बाद भले ही हर दिन राजद कांग्रेस के विधायकों में टूट का कारवां जारी हो, कभी कांग्रेस तो कभी राजद विधायकों की अंतरात्मा हिचकोलें मार रही हो, अचानक से इस बात का भान हो रहा हो कि जिस सियासी हैसियत के वे हकदार थें, पार्टी में वह सम्मान नहीं दिया गया, वह कद नहीं मिला और वे अचानक से विपक्ष की कुर्सी के बजाय सत्ता पक्ष की कुर्सी पर नजर आ रहे हों. लेकिन आज जो जनसैलाब पटना की सड़कों पर उतरा है, उसके इतना तो साफ है कि भले ही राजद- कांग्रेस के विधायकों का मन सत्ता पक्ष में बैठने के लिए डोल रहा हो. लेकिन बिहार की जमीन से एक नये बदलाव की हवा भी बहती दिख रही है. इस जनसैलाब को देखकर सियासत का एक नौसिखुआ भी बता सकता है कि लोकसभा चुनाव और उसके बाद के विधान सभा चुनाव में कौन से गुल खिलने वाले हैं. और शायद यही कारण है कि इस रैली को देखते हुए सरकार को भाजपा कार्यालय की सुरक्षा बढ़ानी पड़ी है. भारी सुरक्षा बल को तैनात कर किसी भी अनहोनी पर रोक लगानी की कोशिश की गई है, लेकिन सवाल तो सियासी अनहोनी का है, जिसका आहट इस जनसैलाब से निकलती दिख रही है.
टूटने जा रहा है राजधानी पटना का का रिकार्ड
नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री से गन्ना मंत्री तक का सफर करने वाले डॉ. चंद्रशेखर ने दावा किया है कि यह रैली बिहार के 17 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. यह तो कुछ नहीं है, दोपहर होते होते राजधानी पटना मानव समुन्द्र में तैरता नजर आयेगा. यहां याद रहे कि कल से पूरे पटना में कही लौंडा नाच हो रहा हो, कहीं होली का सूर. कार्यकर्ताओं के रहने खाने पीने का भी पूरा ख्याल रखा गया है. इस बीच खबर है कि राहुल गांधी, अखिलेश यादव, माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के साथ ही महागठबंधन के तमाम नेता भी इस रैली में पटना पहुंच चुके हैं.
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