Ranchi- गिरिडीह लोकसभा में 25 मई को मतदान होना है. नाम वापसी के अंतिम दिन अब कुल 16 प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें झामुमो- मथुरा महतो, आजसू- चन्द्रप्रकाश चौधरी, बहुजन समाज पार्टी- कमल प्रसाद, निर्दलीय -मोहम्मद एनुल अंसारी, लोक अधिकार पार्टी-ज्ञानेश्वर, निषाद भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी -पप्पू कुमार, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया- प्रमोद राम, राइट टू रिकॉल पार्टी- शिवजी प्रसाद, सर्व समाज पार्टी- सुभाष कुमार ठाकुर, निर्दलीय-उषा सिंह, निर्दलीय-कलावती देवी, निर्दलीय- जयराम कुमार महतो, निर्दलीय-द्वारका प्रसाद लाला निर्दलीय,रामेश्वर दुसाध, निर्दलीय सुनीता टुडू, निर्दलीय सुबोध कुमार यादव सहित कूल 16 प्रत्याशी मैदान में है. इन्ही 16 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करीबन 18,01,845 मतदाताओं के द्वारा होना है. 16 उम्मीदवारों के द्वारा ताल ठोंकने के बावजूद मुख्य मुकाबला मथुरा प्रसाद महतो, चन्द्र प्रकाश चौधरी और जयराम महतो के बीच ही होता नजर आ रहा है.
निवर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी को पीएम मोदी के चेहरे पर विश्वास
निवर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी को पीएम मोदी के चेहरे पर विश्वास पर है, तो मथुरा महतो सीएम हेमंत की गिरफ्तारी के उपजे जनाक्रोश में अपनी जीत की उम्मीद पाल रहे हैं, वहीं इन दोनों से अलग जयराम महतो अपने खुद के जलबे पर विश्वास है. लेकिन इन तीनों की नजर कुर्मी मतदाताओं को अपने पाले में लाने पर भी लगी है. धनबाद में एक अल्पसंख्यक चेहरा को सामने लाने के कारण जयराम को अल्पसंख्यक अपने साथ आता दिख रह है, तो मथुरा महतो का दावा है कि यह झामुमो ही है, जो मुसलमानों की सियासी भागीदारी को सुनिश्चित कर सकता है. दूसरी ओर चन्द्र प्रकाश चौधरी को भाजपा का समर्थन के अगड़ी जातियों के साथ पीएम मोदी के चेहरे के साथ तमाम पिछड़ी जातियों को अपने पाले में खड़ा होने का विश्वास है, इस हालत में यह देखना दिलचस्प होता होगा कि जैसे-जैसे चुनावी रंग गहराता है, यह मुकाबला किस करवट लेता है.
आप इसे भी पढ़ सकते हैं
चुनावी संग्राम के बीच ‘मधु कोड़ा लूट कांड’, धनबाद के बाद अब चाईबासा में सरयू राय का खेल
ED RAID-मंत्री आलमगीर आलम को समन भेजने की तैयारी! पीएस संजीव लाल की पत्नी रीता लाल से पूछताछ जारी