Ranchi-13 मई को झारखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के पहले कांग्रेस का संकट गहराता नजर आने लगा है. खबर है कि बड़हरवा टेंडर विवाद से लेकर ग्रामीण विकास विभाग का इंजीनियर वीरेन्द्र राम के मामले में मंत्री आलमगीर के भूमिका की जांच होगी. इस बीच आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल की पत्नी रीता लाल के साथ पूछताछ जारी है. रीता लाल आज दोपहर 12 बजे ईडी कार्यालय पहुंची है, जिसके बाद लगातार पूछताछ जारी है.
छह मई को पीएस संजीव लाल और नौकर जहांगीर आलम के आवास पर हुई थी छापेमारी
यहां याद रहे कि छह मई को आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी हुई थी. इस छापेमारी में ईडी ने जहांगीर आलम के आवास से करीबन 35 करोड़ की राशि जब्त की थी. कल संजीव लाल को अपने साथ लेकर ईडी अधिकारी सचिवालय भी पहुंचे थें, जहां करीबन पांच घंटों तक उनके साथ पूछताछ की गई, संजीव के आलमारी से करीबन दो लाख की बरामदगी भी हुई थी. कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के पहले चरण के साथ ही झारखंड में विपक्ष के हाथ एक बड़ा मुद्दा हाथ लगा है. जिसकी कीमत कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में चुकानी पड़ सकती है. मंत्री के पीएस के नौकर के घर से 35 करोड़ की बरामदगी आम लोगों के बीच भी चर्चा का विषय बन चुका है. इस बीच यदि मंत्री आलमगीर आलम को समन जारी होता है, तो कांग्रेस के लिए आम लोगों के बीच अपनी छवि को साफ सुथरा बनाये रखने की चुनौती होगी. दूसरी ओर भाजपा इस मुद्दों को उछाल कर आम लोगों के बीच भ्रष्टाचार को एक अहम मुद्दा बना सकती है.
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