Ranchi- एक प्रतिष्ठित अखबार के सम्पादक को जेल से अपराधियों के द्वारा धमकी देने और उगाही की मांग को पूर्व मंत्री सरयू राय ने झारखंड में संवैधानिक व्यवस्था पर संकट करार दिया है. उन्होंने कहा है यह इस बात का सबूत है कि झारखंड में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. यदि जेल में बंद अपराधी प्रशासन पर हावी होगा तो प्रशासन संविधानिक प्रावधानों के अनुसार लोगों को न्यायालय से न्याय कैसे दिलवा पायेगा. सीएम हेमंत तो तत्काल इस मामले में कार्रवाई कर अपराधियों को कड़ा संदेश देना चाहिए.
बालू और शराब के अवैध कारोबार के मामले में जेल में बंद है योगेन्द्र तिवारी
ध्यान रहे कि बालू शराब के अवैध धंधे से अकूत कमाई करने आरोप में बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा में बंद योगेन्द्र तिवारी के द्वारा राजधानी रांची के एक प्रतिष्ठित अखबार के संपादक को धमकी देने की खबर आयी है. जिसके बाद मीडिया जगत में इसे काफी गंभीरता से लिया गया और इसके साथ ही तमाम मीडिया संगठनों के द्वारा सरकार से इस पर कार्रवाई की मांग की गयी, उधर दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के द्वारा भी इसे बेहद संगीन मामला बताया गया है,साथ ही सरकार से संस्थान के तमाम पत्रकारों और प्रधान संपादक के परिजनों को सुरक्षा देने की मांग की गयी है. इस बीच पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भी इसे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला बताते हुए सरकार के कठोर कार्रवाई की मांग की है. लोकसभा चुनाव के पहले इस प्रकरण से विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्दा मिल गया है. भाजपा इस मामले को कानून व्यवस्था में जोड़ते हुए राज्य सरकार पर पूरी तरह से हमलावर है. पीएन सिंह सांसद धनबाद, अन्नपूर्णा देवी, सांसद कोडरमा से लेकर रांची सांसद संजय सेठ ने भी इसकी कड़ी भर्त्सना की है.
कुर्मी पॉलिटिक्स में पिछड़ती भाजपा ! आजसू के एक करवट से बिखर सकता है 2024 का सपना