Ranchi:सियासत की दुनिया में कई बार किस्मत का खेल भी अहम होता है, सामने खड़ी हार की बाजी भी बगैर किसी अतिरिक्त प्रयास के जीत में बदलती नजर आती है. यानि हार-जीत के इस खेल में खिलाड़ी की अपनी मेहनत कम और परिस्थतियों का साथ कुछ ज्यादा होता है. रांची लोकसभा में भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के साथ भी कुछ यही होता नजर आता है. 2024 के शंखनाद के पहले तक यह माना जा रहा था कि इस बार कांग्रेस यहां मजबूत सियासी बिसात बिछाने वाली है.अब तक के सियासी शिकस्त से सबक लेते हुए सामाजिक समीकरणों का साधते हुए किसी मजबूत चेहरे पर दांव लगाने वाली है, लेकिन आखिरकार ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. वर्ष 2019 के मुकाबले में संजय सेठ से करीबन तीन लाख मतों से हार का स्वाद चखने वाली कांग्रेस ने एक युवा, लेकिन सियासी डगर से अनजान, पूर्व मंत्री और रांची संसदीय सीट से तीन बार के सांसद सुबोधकांत की बेटी यशस्विनी सहाय पर दांव लगाने का फैसला किया. जैसे ही यह खबर सामने आयी, सियासी गलियारों में कांग्रेस की इस रणनीति पर सवाल खड़े किये जाने लगे. इस सियासी भिड़त में संजय सेठ की जीत सुनिश्चित मानी जाने लगी, और अब पीएम मोदी ने रांची में झारखंड का अपना एकलौता रोड शो करने का एलान कर दिया है. कल ही पीएम मोदी राजधानी रांची में अपना लम्बा रोड शो करेंगे और इसके साथ ही झारखंड की कुल 14 सीटों पर भाजपा की जीत का हुंकार लगायेंगे.
झारखंड में सुस्त चुनावी संग्राम को नयी रफ्तार
निश्चित रुप से पीएम मोदी के इस रोड शो का असर झारखंड की सियासत में देखने को मिलेगा, अब तक सुस्त रफ्तार से आगे बढ़ती चुनावी संग्राम के बीच नये मुद्दे और नारों की इंट्री होगी, जिसके बाद पूरे झारखंड के सियासी समीकरण में एक बदलाव की झलक देखने को मिलेगी. सियासी विमर्श के मुद्दों में बदलाव होगा और इसके साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओ में जोश का संचार.
अपने आक्रमक अंदाज के लिए जाने जाते हैं पीएम मोदी
यहां ध्यान रहे कि पीएम मोदी को उनके आक्रामक अंदाज के लिए जाना जाता है, कई बार जब हार उनके सामने हुंकार लगाती रहती है, बावजूद इसके वह अंतिम क्षण तक बाजी पलटने को जोर लगाते दिखते हैं. कई बार सियासी समीकरणों में बदलाव आता है, हारी बाजी पलट जाती है, तो कई बार मनमाफिक परिणाम नहीं भी आता है. लेकिन मोदी इस सबसे बेपरवाह हर मुकाबले को पूरे दम खम के साथ लड़ते नजर आते हैं, उनके चेहरे की एक अपनी आभा और अपना समर्थक वर्ग है, जिसे पीएम मोदी में अपने सपनों की झलक दिखती है, भारत को नयी बुलंदियों पर ले जाना का संकल्प दिखता है.
पीएम मोदी का दौरा भाजपा के लिए प्राणवायू
हालांकि पीएम मोदी का यह करिश्मा झारखंड के सुदुरवर्ती इलाकों में कितना प्रभावकारी होगा, उस पर जूदा राय हो सकती है, लेकिन कम से कम राजधानी रांची के शहरी मतदाताओं के बीच निश्चिक रुप से भाजपा के लिए प्राण वायू साबित होगा. वैसे भी शहरी मतदाताओं को भाजपा को कोर वोटर माना जाता है, इस हालत में संजय की सेठ के लिए यह एक वरदान से कम नहीं होने वाला है. वैसे भी यशस्विनी की इंट्री के बाद संजय सेठ की राह कुछ आसान बतायी जा रही थी, अब पीएम मोदी के इस रोड शो के बाद रही सही कसर भी पूरा होता नजर आता है.
प्रशासनिक महकमा एलर्ट
यहां ध्यान रहे कि रांची में रोड शो के साथ ही पीएम मोदी तीन मई को चाईबासा, चार मई को पलामू और लोहरदगा में चुनावी सभा करेंगे. इस बीच पीएम मोदी की इस यात्रा के मद्देनजर पूरे शहर में रास्ता के दोनों तरफ बैरेकेडिंग की जा रही है, पूरा प्रशासनिक महकमा एलर्ट मोड में है.
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