Ranchi-पूर्व सीएम हेमंत से जुड़े भुंईहरी मामले में ईडी ने आज मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया है, मोहम्मद सद्दाम पहले से एक जमीन घोटाले मामले में जेल में बंद था. अब उसे भुंईहरी जमीन मामले में गिरफ्तार किया गया है. मोहम्मद सद्दाम की गिरफ्तारी इस मामले की तीसरी गिरफ्तारी है, इसके पहले इस मामले में पूर्व सीएम हेमंत और बड़गाय अंचल का राजस्व निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद की गिरफ्तारी हो चुकी है. दावा किया जाता है कि अब ईडी मोहम्मद सद्दाम को न्यायिक हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी.
31 जनवरी को हुई थी पूर्व सीएम हेमंत की गिरफ्तारी
यहां ध्यान रहे कि पूर्व सीएम हेमंत को इस मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से वह न्यायिक हिरसात में हैं. जिसको लेकर विपक्षी दलों और सरकार के बीच तलवार खींची हुई है, जहां विपक्षी दलों का मानना है कि यह विपक्ष की आवाज को दबाने की एक तानाशाही रवैया है, वहीं भाजपा का दावा है कि ईडी एक स्वतंत्र संस्था है, जिसकी गतिविधियों में सरकार को कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं है. जो भी गुनाहगार होगा, कानून अपना काम करेगा. जबकि इस मामले में झामुमो का दावा है कि भुंईहरी जमीन को महज एक बहाना है, असली मकसद एक आदिवासी सीएम को कुर्सी से हटाना है. झामुमो की रणनीति पूर्व सीएम हेमंत की गिरफ्तारी को झारखंड में लोकसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा बनाते हुए इस आदिवासी मतदाताओं की गोलबंदी की है.
हेमंत की गिरफ्तारी में 21 अप्रैल को रांची में उलगुलान महारैली का आयोजन
इसी रणनीति के तहत इंडिया गठबंधन की ओर से 21 अप्रैल को रांची के प्रभात तारा मैदान में उलगुलान महारैली का आयोजन किया गया है, दावा किया जाता है कि इस रैली में देश के विपक्षी नेताओं का जमघट लगेगा और आदिवासी मूलवासी मतदाताओं को यह संदेश देने की कोशिश की जायेगी कि पूर्व सीएम हेमंत निर्दोष है, उनका गुनाह महज इतना है कि उनके द्वारा सरना धर्म कोड, पिछड़ों का आरक्षण विस्तार और 1932 का खतियान को विधान सभा से पारित कर राज्यपाल की मुहर के लिए राजभवन भेजा गया. इस बीच हेमंत की गिरफ्तारी के बाद पूर्व सीएम हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन पूरे तरीके से सियासी मोर्चा संभाल चुकी है, कहा जा सकता है कि आज भले ही सरकार का चेहरा चंपाई सोरेन हों, लेकिन हेमंत की अनुपस्थिति में कल्पना सोरेन पार्टी का चेहरा के तौर पर स्थापित हो चुकी है. अब देखना होगा कि इस मामले में सद्दाम की इस तीसरी गिरफ्तारी के बाद सियासत कौन सा मोड़ लेता है, और इस गिरफ्तारी के बाद पूर्व सीएम हेमंत की मुश्किलें कितनी बढ़ती है.
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