रामनवमी हिंसा सामाजिक सद्भाव तोड़ने की संघी साजिश! अमित शाह के वार पर तेजस्वी का पलटवार, देखिये यह रिपोर्ट


पटना(PATNA)-बिहार के कई स्थानों पर रामनवमी जुलूस को लेकर दो सम्प्रदायों की भिड़त को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सामाजिक सद्भाव को तोड़ने की संघी साजिश करार दिया है.
जहां-जहां भाजपा कमजोर है, साम्प्रदायिक हिंसा के प्रयोग किये जाते हैं
रामनवमी हिंसा को संघ की साजिश करार देते हुए उन्होंने कहा कि जिन-जिन राज्यों में विपक्ष की सरकार है, वहां-वहां इस प्रकार के संघी प्रयोग किये जाते हैं. लेकिन बिहार सरकार की पैनी नजर इन हुंड़दंगियों पर बनी हुई है. हम किसी भी उपद्रवी- उत्पाती को छोड़ने नहीं जा रहे हैं. एक-एक पर कार्रवाई की जायेगी.
रामनवमी हिंसा अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का परिणाम
याद रहे कि कल ही नवादा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने रामनवमी हिंसा को अल्पसंख्यक को तुष्टिकरण की राजनीति करार देते हुए कहा था कि 2025 में भाजपा की सरकार बनते ही इन दंगाइयों को उल्टा टांग कर सीधा कर दिया जायेगा.
सम्राट अशोक की जयंती के बहाने लव-कुश की राजनीति को साधने की कोशिश
महान सम्राट अशोक की जयंती के बहाने लव-कुश की राजनीति को साधने बिहार पहुंचे अमित शाह ने अपने पुराने सहयोगी नीतीश कुमार को जातिवादी करार दिया था, उन्होंने कहा था कि हम नीतीश कुमार की इस जातिवादी राजनीति और लालू यादव के जंगलराज के साथ समझौता नहीं करने वाले हैं, भाजपा कभी भी तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास नहीं करती. हम दंगाइयों से निपटना जानते हैं.
सनद रहे कि रामनवमी जुलूस के दौरान बिहार के कई स्थानों से दो सम्प्रदायों के बीच भिड़त हो गयी थी, जिसके बाद सासाराम, नालंदा और बिहारशरीफ में धारा144 लगाना पड़ा था.
रद्द करनी पड़ी थी सासाराम की यात्रा
याद रहे कि अमित शाह को सासाराम में सम्राट अशोक की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना था. लेकिन धारा 144 लागू किये जाने के बाद उन्हे सासाराम की अपनी प्रस्तावित यात्रा को रद्द करना पड़ा था.
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