रांची (TNP Desk) : झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र और दुर्गम इलाकों में पोलिंग पार्टी को हेलीकॉप्टर से मतदान केंद्र तक पहुंचाया जायेगा. वहीं कुछ क्षेत्रों में ट्रेन और नाव से मतदान कर्मियों को भेजा जायेगा. जिसकी तैयारी प्रशासन युद्ध स्तर पर कर रही है.
बता दें कि झारखंड में लोकसभा का चुनाव चार चरणों में होगा. राज्य के कुछ इलाके नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जहां पर मतदान केंद्र बनाया गया है. इन अतिसंवेदनशील इलाकों में पोलिंग पार्टी को मतदान केंद्रों तक पहुंचाना प्रशासन के लिए चुनौती है. इसलिए प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारियां करनी शुरू कर दी है. इस बार चुनाव आयोग ने राज्य में कुल 29521 मतदान केंद्र बनाए हैं, जिनमें कई ऐसे पोलिंग बूथ है जो काफी दुर्गम क्षेत्र में है. जहां मतदान कराना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. ऐसे में आयोग ने कई स्तर पर तैयारी की है.
मतदानकर्मियों को ट्रेन से भेजने की तैयारी
बताया जाता है कि पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा क्षेत्र में मतदानकर्मियों को ट्रेन से भेजने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए रेलवे से तीन कोच मुहैया कराया जाएगा. संभवतः झारखंड ऐसा पहला राज्य होगा जहां मतदान कराने के लिए निर्वाचनकर्मी को ट्रेन ले जाया जायेगा. जानकारी के मुताबिक चाईबासा सहित राज्य के कई ऐसे दुर्गम इलाके में केंद्रीय बलों के साथ-साथ राज्य पुलिस बल के जवान मतदान के वक्त प्रत्येक बूथ पर तैनात रहेंगे. इसके अलावा साहिबगंज और पलामू के कुछ मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टी को नाव से भेजने की तैयारी प्रशासन कर रही है. वहीं सारंडा, बूढ़ापहाड़ और पारसनाथ क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मियों को भेजा जायेगा, जिसकी व्यवस्था कर ली गई है.
झारखंड के कुल 29521 मतदान केंद्रों पर होगी वोटिंग
चुनाव आयोग ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा के बीच मतदानकर्मियों को भेजने का निर्देश दिया है. इसके अलावा मतदान समाप्ति के बाद वज्रगृह तक पुलिस स्कॉट के साथ ईवीएम लाया जाएगा. राज्य में कुल 29521 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी, जिनमें से करीब 80 प्रतिशत मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में हैं. चार चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर संवेदनशील इलाके में विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
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