रांची(RANCHI)- अब तक बोकारो और उसके निकटवर्ती जिलों में आंतक मचाता रहा वर्ड फ्लू का आगमन राजधानी रांची में हो चुका है. राजधानी रांची के जेल मोड़ के इलाके में वर्ड फ्लू के संक्रमण की खबर मिली है. जिला प्रशासन के द्वारा इसके संभावित खतरे से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन कर मामले पर नजर रखी जा रही है.
कितना सेफ है चिकेन का सेवन
लेकिन सवाल यह है कि इस संक्रमण के बीच चिकेन के शौकिन लोगों के पास क्या विकल्प है. खास कर जब होली सामने है, कुछ लोगों के लिए तो चिकेन ही एकमात्र विकल्प है. आइये, देखते हैं कि इस मामले में जानकारों की क्या राय है? वर्ड फ्लू के संक्रमण के बीच जानकारों का कहना है कि हालांकि वर्ड फ्लू एक खतरनाक संक्रमण है, लेकिन इसका संक्रमण मुख्य रुप से पक्षियों के मल के द्वारा ही इंसानी शरीर में फैलता है. चिकेन के सेवन से इसके संक्रमण के चान्स बेहद कम है. साथ ही इंसान से इंसान के शरीर में इसका संक्रमण नहीं फैलता.
पूरी तरह से साफ-सफाई के बाद कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया जाय
इस परिस्थिति में यदि इसका सेवन अच्छी तरह से धोकर और पूरी तरह से पकाकर किया जाय तो संक्रमण का खतरा बेहद कम होता है. खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी मानना है कि यदि इसका सेवन आग में अच्छी तरह से पका कर किया जाय तो उसके अंदर मौजूद संक्रमण पूरी तरह से खत्म हो जाता है.
विशेषज्ञों की राय है कि चिकेन और अंडे को 70 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान पर गर्म करने पर इसमें संक्रमण का खतरा नहीं रहता है. साफ है कि आपकी कोशिश इससे दूर रहने की ही होगी, लेकिन फिर भी आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो जरुरी है कि उसे पूरी तरह से साफ किया जाय और कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस पकाकर ही खाया जाय.
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