टीएनपी डेस्क(TNP DESK) : होली का त्योहार भारत के अलग-अलग राज्यों अलग तरीकों से मनाया जाता है. इस दिन विदेशों से भी लोग होली खेलने भारत आते हैं. भारत में मार्च महीने का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. दरअसल इसी महीने के दौरान रंगों का त्योहार होली आता है. होली में लोग जमकर रंग खेलते हैं. होली पर सिर्फ रंग ही नहीं बल्कि गुजिया और ठंडाई का भी खूब चलन है. इस वर्ष होली का त्योहार 8 मार्च को मनाया जा रहा है. तो ऐसे में आपको हर जगह होली के गीत सुनाई देते होंगे.
देश के अलग-अलग राज्यों में कुछ ऐसे मनाते हैं होली
महाराष्ट्र और गुजरात: महाराष्ट्र में होली को 'फाल्गुन पूर्णिमा' और 'रंग पंचमी' के नाम से जानते हैं. गुजरात और मुंबई में गोविंदा होली की खासी धूम होती है. इसमें जगह-जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है.
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में लोग होली को फाग और लठमार होली कहते हैं. खासकर यह त्योहार मथुरा, नंदगांव, गोकुल, वृंदावन और बरसाना में इसकी धूम होती है. यहां गुलाल के रंगों के साथ ही महिलाएं और पुरुषों के बीच लठमार प्रतियोगिता होती है.
बिहार और झारखंड: बिहार और झारखंड के लोग होली को फगुआ का महीना कहते हैं. फगुआ के दिन यहां के लोग एक दूसरे पर जमकर रंग डालते हैं. इसके साथ ही बिहार, झारखंड में लोग जगह-जगह चईता गाते हैं.
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में होली वाले दिन होलिका दहन की जाती है और दूसरे दिन धुलैंडी मनाते हैं और पांचवें दिन रंग पंचमी मनाते हैं. यहां के आदिवासियों में होली की खासी धूम होती है. होली को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में लोग भगोरिया उत्सव भी कहते हैं.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा: पश्चिम बंगाल और ओडिशा में होली को 'बसंत उत्सव' और 'डोल पूर्णिमा' के नाम से जाना जाता है. यहां पर डोल निकाली जाती है. सभी एक दूसरे पर गुलाल के रंग डालते हैं.
तमिलनाडु और कर्नाटक : तमिलनाडु में लोग होली को कामदेव के बलिदान के रूप में याद करते हैं. इसीलिए यहां पर होली को कमान पंडिगई, कामाविलास और कामा-दाहानाम कहते हैं. कर्नाटक में होली के पर्व को कामना हब्बा के रूप में मनाते हैं. आंध्र प्रदेश, तेलंगना में भी ऐसी ही होली होती है.
रिपोर्ट: आदित्य कुमार
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