टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-वानखेंडे स्टेडियम में जो हुआ वो सांसे थाम देने वाला था. धड़कनों का आना-जान, हार का डर सताना और फिर यकायक जीत की खुशी में सराबोर होना साफ दिखाई पड़ा. भद्रजनों के खेल की यही खासियत है, किस्मत कभी-कभी साथ देती है, प्रदर्शन ही आखिरकार आपको विजेता बनाता है.
शान से लांघी सेमीफाइनल की दहलिज
भारत-न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल में कही से भी नहीं लग रहा था कि भारतीय टीम की जीत की राह में कीविज रोड़े अटकायेंगे. क्योंकि पहाड़ सरीखा स्कोर 398 रन चेज करना कोई आसान नहीं था. लेकिन, जो जज्बा और चट्टानी इरादा डेरेल मिचेल और कप्तान केन विलियम्सन दिखा रहे थे और स्कोर को 200 के पार पहुंचाया ही था कि उम्मीदे और अऱमान टूटने लगे थे. लेकिन, प्रेशर तो एक-एक बॉल पर हावी था. लिहाजा, कप्तान विलियम्सन के विकेट लेने के बाद तो न्यूजीलैंड की टीम बिखर ही गई . शमी ने शानदार गेंदबाजी का ऐसा मुआयना पेश किया कि सभी उनके मुरीद हो गये. इस गेंदबाज ने हर मैच में कमाल की सटीक बॉलिंग की है, और सेमीफाइनल में भी सात विकेट झटककर साबित कर दिया कि उनके करियर का बेहतरीन दौर अभी चल रहा है. इसके साथ ही विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने भी लाजवाब औऱ धमाकेदार बल्लेबाजी कर शानदार शतक जड़ा. कोहली ने तो सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए वनडे क्रिकेट में पचासवीं सेंचुरी लगाई. आखिरी चार की लड़ाई में भारत ने टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए बाजी मार ली, अब दुनिया में क्रिकेट के शहंशाह बनने के लिए एक जीत की दरकार
अब आखिरी लड़ाई की तैयारी
अहमदाबाद में रोहित की सेना क्रिकेट के महायुद्ध की आखिरी लड़ाई लड़ेगी. अभी तक कोई भी ऐसी टीम प्रतियोगिता में नहीं बची, जिसे भारतीय टीम नहीं हराई हो. दुनिया में अपनी बादशाहत का परचम लहरने के लिए अब एक जीत की दरकार है. सामने प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलिया या फिर साउथ अफ्रीका होगी. इन दोनों के बीच दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला गुरुवार को कोलकाता में खेला जाएगा. इसके विजेता से ही रोहित की टीम भिड़ेगी.
बल्लेबाजी और गेंदबाजी का जवाब नहीं
अभी तक टूर्नामेंट में भारतीय टीम विजय रथ किसी भी टीम ने नहीं रोका. इसके पीछे वजह है, भारत की मजबूत बैटिंग और बॉलिंग . बल्लेबाजी में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल तूफान मचाए हुए हैं. मीडिल ऑर्डर विराट कोहली, श्रेयस अय़्यर,लोकेश राहुल, सूर्य कुमार यादव और रविन्द्र जडेजा मोर्चा संभालने के लिए तैयार रहते हैं. गेंदबाजी में पेस अटैक बुमराह, सिराज और शामी का कहर जारी है. वही फिरकी का जिम्मा कुलदीप यादव और रविन्द्र जडेजा बखूबी संभाल रहे हैं. इन पांच गेंदबाजों के भरोसे ही पचास ओवर फेंकने का दम भारतीय टीम ने अभी तक टूर्नामेंट में भरा है. जो कामयाब साबित हुआ है.
विराट औऱ शमी तुरुप का इक्का
टीम इंडिया की तरफ से इस टूर्नामेंट में अगर किसी की सबसे ज्यादा चर्चा हुई , तो वो है मोहम्मद शमी, हर मैच में अपनी सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी कर अच्छे विकेट बटोर रहे हैं. अभी तक छह मैच में 23 विकेट चटकाए हैं. जिसमे एक बार चार और तीन बार पांच विकेट हैं. सोच सकते है कि कितनी धातक और कहर बरपाती गेंदबाजी शमी ने की है
शमी तो टीम के लिए गेंदबाजी में खैवनहार बनर उभरे हैं, वही बल्लेबाजी में विराट कोहली का बल्ला तो ऐसा तूफान मचाए हुए हैं कि उन्हें रोकना किसी भी विरोधी टीम के लिए एक चुनौती बन गया है. विराट ने 101.57 की औसत रखते हुए दस मैच में 711 रन बनाकर रिकॉर्ड कायम कर दिया है. यह वर्ल्ड कप में किसी भी बल्लेबाज का बनाया गया सर्वाधिक स्कोर है. इतना ही नहीं विराट ने इसी विश्व कप में तीन शतक भी जड़ा और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 50 शतक लगाने वाले दुनिया के पहले और इकलौते बल्लेबाज बन गये हैं.
4+