टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : बिहार में जारी सियासी तूफान अभी नहीं थमने वाला है. आने वाले समय में एक से बढ़कर एक बयान देखने को मिलेंगे. इस बीच नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विपक्षी पार्टियों का बयान भी अना शुरू हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने सोशल मीडिया एक्स पर नीतीश कुमार के खिलाफ तंज कसा है. उन्होंने एक्स पर लिखा है कि आश्चर्य की कोई बात नहीं है. शादी किसी के साथ और अफेयर किसी दूसरे के साथ. नीतीश कुमार का स्वभाव बन चुका है. बता दें कि अभी तक नीतीश कुमार ने चार बार पलटी मारी है. सबसे पहले 2013 में बीजेपी से अलग हुए. इसके बाद 2017, 2022 और 2024 में पलटी मारकर बीजेपी के साथ नीतीश कुमार सरकार बना रहे हैं.
नीतीश के यू-टर्न पर कांग्रेस समर्थक आचार्य प्रमोद ने साधा निशाना
कांग्रेस समर्थक आचार्य प्रमोद ने नीतीश कुमार के इस्तीफे पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘‘राम’’ नाम ‘‘सत्य’’ है. राम ‘‘मंदिर’’ का न्यौता ‘‘ठुकराने’’ का असर होना शुरू हो गया है. पलटू राम ‘‘पटकु’’ राम बन गये. आचार्य प्रमोद ने कहा कि मैं इंडिया ‘‘गठबंधन’’ के उन नेताओं की ‘‘बुद्धिमता’’ और ‘‘दूरदर्शिता’’ को नमन करना चाहता हूं जो अभी भी इतनी ‘‘ठंड’ में नीतीश कुमार की कॉल का इंतजार कर रहे हैं.
कांग्रेस ने नीतीश की तुलना गिरगिट से की
बिहार में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर बड़ा यू-टर्न लेने वाले नीतीश कुमार की कांग्रेस ने ‘गिरगिट’ से तुलना की है. पार्टी की ओर से कहा गया कि राज्य की जनता उनके विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से डरे हैं और इससे ध्यान भटकाने के लिए राजनीतिक नाटक रचा गया है.
आज शाम 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे सीएम नीतीश
नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस फैसले के साथ ही बिहार में राजद, जदयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया. नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर राज्यपाल के पास बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. आज शाम 9वीं बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. नीतीश कुमार ने इस्तीफे का फैसला जदयू विधायक दल की बैठक में लिया था. बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि अब इस्तीफे का वक्त आ गया है क्योंकि उनके साथ रहना मुश्किल हो गया है.
इंडिया गठबंधन को लगा बड़ा झटका
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस फैसले के बाद इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. जिसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव में साफ दिखाई देगा. क्योंकि कभी इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार खुद रहे हैं. विपक्ष के सभी पार्टियों को एकजुट करने में जो भूमिका निभाई थी, शायद ही कोई नेता ऐसा कर सकता है. नीतीश कुमार की अध्यक्षता में विपक्षी पार्टियों पटना में पहली बार बैठक हुई थी.
कुछ काम ही नहीं कर रहा था इंडिया गठबंधन: नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेन्द्र वी आर्लेकर को इस्तीफा सौंपने के बाद कहा, ‘‘हमने पूर्व के गठबंधन (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को छोड़कर नया गठबंधन बनाया था लेकिन इसमें भी स्थितियां ठीक नहीं लगी. जिस तरह के दावे एवं टिप्पणियां लोग कर रहे थे, वे पार्टी के नेताओं को खराब लगे इसलिए आज हमने (त्यागपत्र) दे दिया और हम अलग हो गए।’’ नीतीश कुमार पर ‘‘अवसरवादी’’ होने के लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के गठन में अपनी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमने गठबंधन कराया लेकिन कोई कुछ काम ही नहीं कर रहा था... तो हमने बोलना छोड़ दिया था.’’
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