टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-संसद में जिस तरह सुरक्षा में चूक हुई, इससे तो पूरा देश हिल गया. तमाम लोग इसे लेकर सवाल उठा रहे है कि आखिर ये कैसे हो गया . जब देश की संसद में लोग घुस जा रहे हैं, तो फिर ओर अन्य जगहें कितनी महफूज होगी. इसका अंदाजा लगाया जा सकता है . इस प्रकरण के बाद झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी 15 दिसंबर यानि शुक्रवार से शुरु हो रहे हैं. इसे लेकर विधानसभा की सुरक्षा की भी समीक्षा की जाएगी.
दर्शक दीर्घा में प्रवेश पर लग सकती है रोक
संसद में सुरक्षा की चूक के बाद लाजमी है कि विधासभा में सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी, क्योंकि इस तरह की घटना यहां न हो. मालूम हो कि पूर्व में भी गृह विभाग ने विधानसभा की सुरक्षा की समीक्षा करते हुए कड़े निर्देश दिए थे. लिहाजा, अब लोकसभा के की ताजा घटना के बाद इसमे ओर सख्ती देखने को मिले और संभव हो तो दर्शक दीर्घा में भी प्रवेश पर रोक लगा दी जाए. ध्यान रहे कि दर्शक दीर्घा में प्रवेश विधायकों की अनुशंसा पर मिलता है. इसके लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से पास जारी किया जाता है. सामान्य तौर पर पास जारी करने के पहले जरुरी जांच-पड़ताल की जाती है . दर्शक दीर्घा में विधानसभा के सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहते हैं. दीर्घा में प्रवेश करने के पूर्व एहतियात बरतने के निर्देश हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने शीतकालीन सत्र के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई. जिसमे पहली बार भाजपा ने भी प्रतिनिधित्व किया, जिसमे नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी भी शामिल थे. सभी दलों के साथ हुई इस बैठक में सत्र को सुचारु रुप से चलाने के लिए विचार-विमर्श किया गया. विधानसभा की जो परंपरा रही है, उसे सुचारु रुप से चलाने पर जोर दिया गया .
15 से 21 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने की संभावना जताई जा रही है . जिसमे धीरज साहू के मिले साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए, ईडी के मुख्यमंत्री को दिए गये समन, संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठियों, भ्रष्टाचार समेत तमाम मुद्दो पर विपक्ष सरकार को घेरने की कवायद में होगी.
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