देवघर (DEOGHAR): झारखंड में इन दिनों आईटी और ईडी की चर्चा खूब हो रही है. हाल के दिनों में ईडी ने मुख्यमंत्री को छठा समन भेजा. वहीं आईटी द्वारा राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर छापेमारी कर नगद 354 करोड़ों रुपए बरामद किए गए है. जिसका कारण यह है कि पूरे देश दुनिया और झारखंड में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है. इसी बीच झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने ही वाला है और विपक्ष की भाजपा सरकार आगामी विधानसभा सत्र के दौरान इस सभी मुद्दों पर सरकार को घेरने का काम करेगी. वहीं सत्र के दौरान भाजपा के तमाम मुद्दों का पुरजोर जवाब देने की भी बात झारखंड के पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव से सामने आ रही है.
थोड़ा वक्त का इंतजार कीजिए धीरज साहू देंगे जवाब-प्रदीप यादव
दरअसल बीती देर शाम एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने प्रदीप यादव देवघर पहुंचे थे. जहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि धीरज साहू एक बड़े खानदानी व्यापारी है.धीरज साहू पहले सबसे पहले एक व्यवसाय हैं फिर वे एक सांसद है. लेकिन भाजपा जानबूझकर कांग्रेस को बदनाम करने के लिए इसको तूल पकड़ा रही है. प्रदीप यादव ने कहा कि धीरज साहू के ठिकानों पर बरामद नोटों का कांग्रेस को कोई लेना देना नही है. आईटी को इसका बेहतर जवाब धीरज साहू ही देंगे. प्रदीप यादव ने आगे कहा कि थोड़ा वक्त का इंतजार कीजिए भाजपा के मंसूबे पर धीरज साहू पानी फेर देंगे. प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा को किसी से डर लगता है तो वो कांग्रेस ही है इसलिए पूरी दुनिया को पता है भाजपा आईटी,ईडी और सीबीआई को हथियार बनाकर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. जिसका जवाब आने वाले दिनों में देश की जनता देगी.
भाजपा में जाने का कोई मतलब ही नहीं बनता
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रदीप यादव का भाजपा में शामिल होने की खबर तेज़ी से प्रकाशित किया जा रहा है.कारण है उनका और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बीच रहे मधुर संबंध को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है.इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदीप यादव ने बताया कि लंबे समय से बाबूलाल जी के न बात हुई है और न ही मुलाकात.ऐसे में यह एक सोची समझी साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है.इन्होंने कहाँ की भाजपा में जाने की अटकलें बेबुनियाद है.कॉंग्रेस विधायक दल के उप नेता और पिछले कई बार से बन रहे पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि किसी भी कीमत पर भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहे हैं.पत्रकारों को भी ऐसी बेबुनियाद बातों के प्रश्न का उत्तर देना नहीं समझता हूं.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा
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