टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-पाकिस्तान के लिए शुक्रवार का दिन मातम लेकर आया, बलूचिस्तान प्रांत में भीषण बम विस्फोट से 50 से अधिक लोग मारे गये, जबकि 50 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग एक मस्जिद के पास जुटे थे तभी ही सुसाइड अटैक हुआ.
जहां-तहां बिखरी दिखी लाशे
बताया जा रहा है कि धमाका इतना तेज था कि लोगों की लाशे के चिथड़े उड़ गये . कुछ पल पहले तक खुशी का माहौल, एक जोरदार धमाके से मातम में बदल गया. हर तरफ चीख-पुकार और बचाने की गुहार लगाई जा रही थी. सब बेताहाश होकर इधर-उधर खुद को बचाने के लिए भागने लगे. खून से लथपथ लाशे,कटी-फटे बिखरे अंग, रोती-बिलखती कराहती अवाजें और खुद को महफूज रखने की जद्दोजहद वहां देखी गई. इसके साथ ही सबके चेहरे पर खौफ पसरा हुआ था औऱ दिल में आतंकियों के खिलाफ बेपनाह गुस्से की आग भी धधक रही थी. इस धमाके में एक डीएसपी की भी जान चली गई. डीआईजी मुनीर अहमद ने बताया कि हमलावर योजना के तहत डीएसपी के वाहन के पास खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया.
पैंगबर साहब की जयंती मनाने के लिए जुटे थे लोग
धमाके की ये घटना बलूचिस्तान प्रांत के मस्तुंग जिले में घटी, जहां मस्जिद के पास भारी मात्रा में विस्फोटक की मदद से धमाका किया गया. दरअसल, शुक्रवार को लोग बड़ी संख्या में पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने के लिए जुटे थे तभी ही जोरदार विस्फोट हुआ. मस्तुंग के सहायक आयुक्त अत्ता उल मुनीम ने बताया कि धमाका काफी जोरदार था, जिसके चलते इतनी जाने चली गई.
किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
इस भयानक बम विस्फोट की जिम्मेदारी शुक्रवार की दोपहर तक किसी ने नहीं ली. खूंखार आतंकी सगंठन पाकिस्तानी तालिबान (TTP) ने बम धमाके में अपना भूमिका से इंकार किया है . हालांकि, सितंबर में मस्तुंग जिला में हुआ यह दूसरा बड़ा बम विस्फोट है. इससे पहले भी इस महीने की शुरुआत में एक विस्फोट हुआ था. बलूचिस्तान प्रांत में हुए इस विस्फोट में किसका हाथ है, इसका पता लगाया जा रहा है. बलूचिस्तान के अंतरिम मुख्यमंत्री अली मर्दन डोमकी ने इस घटना की निंदा की और विस्फोट के जांच के आदेश दिए हैं.
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