टीएनपी डेस्क(TNP DESK): कारगिल युद्ध का मुख्य साजिशकर्ता और पाकिस्तानी सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन हो गया है, वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थें. दावा किया जाता है कि वर्ष 1999 में परवेज मुशर्रफ ने बैगर तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को विश्वास में लिए भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी थी.
तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाजशरीफ के श्रीलंका दौरा पर रहते हुए मार्शल लॉ की घोषणा
बाद में इस सैन्य तानाशाह के द्वारा तख्तापलट कर पाकिस्तान में मार्शल लॉ की घोषणा की कर दी गयी थी, जिसके बाद नवाजशरीफ को पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था. पाकिस्तान में तख्तापलट की यह कार्रवाई तब की गयी थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अपने श्रीलंका दौरे पर थें.
नवाजशरीफ ने परवेज मुशर्रफ को सेना प्रमुख के पद के हटाने की कोशिश की थी
दावा किया जाता है कि परवेज मुशर्रफ का कभी भी नवाजशरीफ से सामान्य रिश्ता नहीं रहा, नवाजशरीफ के द्वारा इन्हे सेना प्रमुख से हटाने की कोशिश भी की गयी थी, जिसके बाद परवेज मुशर्रफ नवाजशरीफ से खार खाये बैठे थें, और जब वह अपने श्रीलंका दौरे पर थे. इस बीच देश में तख्तापलट कर मार्शल लॉ लागू कर दिया गया, परवेज मुशर्ऱफ को अमेरिका का नजदीकी भी माना जाता है, यही कारण है कि जब 11 सितंबर 2001 के हमले के बाद जब अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया तो मुशर्रफ ने इसका समर्थन किया था.
पाकिस्तान की सत्ता हाथ में आते ही किया था भारत का दौरा
वैसे पाकिस्तान की सत्ता हाथ में आते ही परवेज मुशर्रफ के द्वारा भारत का दौरा भी किया गया था, माना जाता था कि इस वार्ता के दौरान वह भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवादित मुद्दों के समाधान के बेहद करीबन पहुंच चुके थें, लेकिन किसी कारणवश इसे अमलीजामा नहीं पहुंचाया जा सका.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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