रांची(RANCHI): मानहानी मामले में फैसला आने के महज 24 घंटे के अन्दर लोकसभा कार्यालय के द्वारा राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने की अधिसूचना जारी करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम हेमंत ने देश की वर्तमान राजनीतिक हालात की तुलना आपातकाल की है.
आपातकाल से भी बुरी स्थिति में जी रहे हैं हम
उन्होंने कहा कि भाजपा के द्वारा ढोल-नगाड़ों के साथ जिस अमृतकाल के दावे किये जा रहे हैं, वह अमृतकाल सिर्फ और सिर्फ भाजपा के लिए है. लेकिन इस देश की जनता और विपक्ष के लिए यह आपातकाल की स्थिति हैं, बल्कि उससे भी खराब स्थिति निर्मित कर दी गयी है. सच्चाई यह है कि अब चोर को चोर कहना भी गुनाह हो गया है.
राजनीतिक मतभेद अब सत्ताधारी दल के लिए प्रतिशोध की लड़ाई बन गयी
सीएम हेमंत ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा “नए भारत में अमृत काल केवल भाजपा के नेताओं और सदस्यों पर लागू होता है। जबकि पूरे विपक्ष और इस देश के नागरिकों के लिए यह आपतकाल है’ अपने दूसरे ट्विट में हेमंत सोरेन लिखते हैं कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता की अयोग्यता दर्शाती है कि कैसे राजनीतिक मतभेद अब सत्ताधारी केंद्र सरकार के लिए प्रतिशोध की लड़ाई बन गयी है.
फैसला लोकतंत्र के खिलाफ
इस बीच झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी फैसले के खिलाफ तीखा हमला बोला है. इस फैसले को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए उन्होंने कहा कि अब तो चोर को चोर कहना भी गुनाह हो गया. चोर, धोखेबाज और लुटेरे खुलेआम देश के भीतर और बाहर घूम रहे हैं और जिसके द्वारा इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की जा रही है, उसकी आलोचना की जा रही है, उसे सलाखों के पीछे डाला जा रहा है. राजेश ठाकुर कहते हैं कि इससे पहले इस देश के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे पहले इतनी जल्दबाजी कोई फैसला नहीं लिया गया.
4+