हेमंत की हुंकार! किसे कहा बाहरी पार्टी का एजेंट, टेंशन में बाबूलाल और जयराम

रांची(RANCHI) झारखंड में चुनाव ख़त्म होने के बाद भी सियासत अपने उफान पर है.पक्ष और विपक्ष आमने सामने होकर एक दूसरे पर वार करने में लगे है.कभी विधि व्यवस्था तो कभी सरकार के काम काज को लेकर खूब बवाल मच रहा है. इस बीच झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आक्रामक भाषण सामने आया है.जिसमें हेमंत सोरेन खुले मंच से विपक्ष को निशाने पर लिया. लेकिन बोलने का लहजा आक्रामक दिखा.
हेमंत सोरेन ने किसपर साधा निशाना?
दरअसल झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस हज़ारीबाग में धूम धाम से मनाया गया. इस मौके पर हज़ारीबाग में हजारो कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल हुए.बतौर मुख्य अतिथि कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी पहुंचे. इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं में जोश भरा और हर दम पार्टी के लिए खड़ा रहने की हुंकार भरी. इस बीच झारखण्ड में आदिवासियों की बदहाली पर बोलते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसी बात बोली जिसकी चर्चा अब होने लगी है. आखिर वह आदिवासी मूलवासी नेता कौन है जो झारखण्ड में एजेंट बन कर काम कर रहा है
इस भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखण्ड में आदिवासी की बात होती है. कई नेता है बड़ी-बड़ी घोषणा करते है. लेकिन वह एजेंट के रूप में बड़ी पार्टी के लिए काम कर रहे है. कई ऐसे नेता बने है जो अब पार्टी बना कर आदिवासी मूलवासी के नाम पर धोखा दे रहे है. ऐसे एजेंट को पहचान लेने की जरुरत हैं. नहीं तो ये लोग आदिवासी को ही खत्म कर देंगे.
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि झारखण्ड को अलग राज्य दिलाने के लिए गुरूजी और कई आंदोलनकरियो ने लड़ाई लड़ी है. जिसके बाद हमें अपना राज्य मिला. लेकिन लड़ाई अभी लम्बी है.अब गुरूजी ने राज्य अलग करा दिया. और उम्र के उस पड़ाव में है जहाँ से काम किसी आंदोलन या सक्रिय राजनीती में हिस्सा नहीं ले सकते. उनके काम को वह अब आगे बढ़ा रहे है. एक समय आएगा जब वह भी बूढ़े होंगे तो कोई और आगे लेकर चलेगा. इस लिए सभी युवा अपने हक़ और अधिकार के लिए खड़ा होना शुरू कर दे.
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