टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आईबी के प्रमुख रहे अजीत डोभाल को तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया है. कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की समिति ने अधिसूचना जारी कर दी है अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में वह नाम है जिसे लगभग सभी भारतीय जानते होंगे. अजीत डोभाल 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
जानिए क्या दर्जा मिला अजीत डोभाल को
तीसरी बार प्रधानमंत्री का दायित्व संभाले के बाद पहली बार विदेश यात्रा यानी इटली की यात्रा पर जाने से पहले प्रधानमंत्री ने अजीत डोभाल को एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया है अजीत डोभाल ने कई ऐसे सफल ऑपरेशंस किए हैं जो भारतीय इतिहास में हमेशा याद किया जाएंगे. सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक जैसा सफल कार्य उन्होंने किया है. पुलवामा हमले के बाद के ऑपरेशन के बारे में सभी जानते हैं.यह हमला 2016 में हुआ था. अजीत डोभाल 2005 में पुलिस की सेवा से रिटायर हुए. उन्होंने पाकिस्तान समेत अनेक देश में अपना दायित्व निभाया है. भारत की उत्तर पूर्वी क्षेत्र में आतंकवादियों के कारण अशांत क्षेत्र में भी उनका काम काफी सफल रहा. जब पहली बार नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने तो उनकी नजर अजीत डोभाल पर थे. उन्होंने अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्तकिया. 2019 में भी दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अजीत डोभाल को यही दायित्व दिया गया. अब 2024 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया है. अजीत डोभाल को अगले 5 साल के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया है.उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लैक थंडर 2 (1988) के भी नायक अजीत डोभाल थे.
प्रधानमंत्री ने अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी की भी नियुक्ति की
प्रधानमंत्री ने पीके मिश्रा को अपना प्रधान सचिव यानी प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया है पीके मिश्रा को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है प्रधानमंत्री के कार्यकाल तक हुए अपने पद पर बने रहेंगे.
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