Techno Post: अभी हर ई-कॉमर्स शॉपिंग साइट्स पर कोई न कोई सेल शुरू हो रही है. ऐसे में एक तरफ ऑनलाइन खरीददारी करने वाले ग्राहक अपनी पसंदीदा साइट से अपने पसंद या जरूरत की चीजों को खरीदने के लिए अपने Wishlist को रेडी कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ स्कैमर्स भी अपने फायदे के लिए लोगों को ठगने के नए नए तरीके अपना रहे हैं. इन्हीं में से एक है OTP SCAM. ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त वन टाइम पासवॉर्ड यानी OTP ग्राहकों के लिए एक सिक्युरिटी गार्ड की तरह काम करता है. बिना इसके डिलवरी एजेंट को किसी को भी सामान देने की अनुमति नहीं होती है. लेकिन, इस OTP का ही फायदा उठाते हुए स्कैमर्स ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को ठग रहे हैं. कई लोग इस OTP स्कैम में फंस चुके हैं. वहीं, इस OTP स्कैम को देखते हुए ही टॉप ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने भी अपने ग्राहकों को इस स्कैम को लेकर सचेत किया है. क्योंकि, आज 6 अगस्त से कई ई कॉमर्स साइट्स पर Freedom Festival Sale शुरू हो चुका है. ऐसे में पहले भी कई ग्राहक OTP स्कैम में फंस चुके हैं. इस आर्टिकल में पढिए क्या है OTP और कैसे OTP स्कैम में फंसते हैं लोग.
क्या है OTP
वन टाइम पसवॉर्ड यानी की OTP का इस्तेमाल लगभग ऑनलाइन हर जगह किया जाता है. OTP 6 अंकों से लेकर 8 अंकों का होता है. इसे आप सिक्योरिटी कोड की तरह से भी देख सकते हैं. ऑनलाइन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लोग इन व ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग करने तक हर जगह हम OTP का इस्तेमाल करते हैं. किसी भी एप्प में लॉग इन करना हो या शॉपिंग किए गए सामान की डिलवरी कंपनी की तरफ से हमारे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर हमें 6 से 8 अंक का OTP मेसेज या मेल के जरिए भेजा जाता है, जिसे दर्ज करने के बाद ही हम पैसों का ट्रांसेक्शन या एप्प में लोग इन कर सकते हैं. कमाल की बात तो यह है कि इस OTP का इस्तेमाल बस एक बार ही किया जाता है वो भी कुछ सेकंड के लिए. 10 से 15 सेकंड के बाद OTP एक्सपायर हो जाता है.
क्यों होता है OTP का इस्तेमाल
OTP एक तरह से पसवर्ड का काम करता है, जो आपके सामान्य पसवर्ड से अलग होता है. जैसे की अगर आप किसी भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपना न्यू अकाउंट बनाते हैं तो हम जिस मोबाईल नंबर से लॉग इन करते हैं उस नंबर पर कंपनी की तरफ से OTP भेजा जाता है. यह OTP आपके अकाउंट को सेफ रखने के साथ साथ हैकर्स से भी बचाता है. साथ ही इस OTP के जरिए कंपनी इस बात को कंफर्म करती है कि कहीं हमारे नंबर से कोई और तो नहीं लॉग इन कर रहा है और यूजर्स की सारी जानकारी सही है या नहीं.
क्या है OTP स्कैम
जैसे जैसे दुनिया डिजिटल और हमारे काम आसान होते जा रहे हैं वैसे वैसे ही डिजिटल से जुड़े स्कैम भी बढ़ते जा रहे हैं. आजकल स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए कई तरह के तरीके अपना रहे हैं. ऑनलाइन शॉपिंग में तो स्कैम का खतरा ज्यादा होता है. स्कैमर्स लोगों को डिलीवरी एजेंट या कंपनी के कस्टमर केयर एजेंट के रूप में फोन करते हैं और उनके पर्सनल डिटेल्स के बारे में जानकारी निकालते हैं. OTP स्कैम करने वाले स्कैमर्स अक्सर ग्राहकों को कॉल कर उनके सामान को डिलवर करने में परेशानी या पेमेंट से जुड़ी कुछ परेशानी बता कर उनके नंबर पर OTP लिंक भेजते हैं. लिंक पर ग्राहक द्वारा क्लिक करते ही स्कैमर्स के पास ग्राहक के अकाउंट का एक्सेस उन्हें मिल जाता है. सारी जानकारी को हैक कर स्कैमर्स ग्राहक के अकाउंट से पैसे भी उड़ा लेते हैं. जब तक इस बात की जानकारी ग्राहक को होती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
कैसे करे फैक OTP की पहचान
ओटीपी स्कैम होने पर क्या करें
बिना सामान के ऑर्डर किए या फिर ऑर्डर कैन्सल करने के लिए भी अगर आपको Amazon, Flipkart या किसी भी बड़ी कंपनी के नाम पर कॉल, टेक्स्ट या ईमेल आता है तो आप कंपनी के आधिकारिक साइट पर जाकर पहले इस बात की पुष्टि करे या फिर इस बात की रिपोर्ट कर सकते हैं. इसके अलावा नैशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर ग्राहक अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 1930 पर कॉल कर सकते हैं.
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