संसद में जंग : ये रिश्ता क्या कहलाता है! आखिर राहुल गांधी ने लंबे इंतजार के बाद पीएम और अडाणी के रिश्तों पर क्यों उठाए सवाल
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टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भऱी संसद में राहुल गांधी ने पीएम मोदी और गौतम अडाणी के रिश्तों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पहले अडाणी के जहाज में पीएम घूमते थें, अब पीएम के जहाज में अडाणी. राहुल गांधी के इस मासूम सवाल के बाद राजनीतिक गलियारों में कई सवाल उमड़ने लगे हैं कि राहुल गांधी ने इस रिश्ते को समझने में इतनी देर क्यों कर दी? वह यह तो स्वीकार कर रहे हैं कि दोनों के बीच इस रिश्ते की शुरुआत गुजरात से हुई, लेकिन क्या राहुल गांधी को उस वक्त सतर्क नहीं हो जाना चाहिए था, जब 2014 के चुनाव के पहले पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैलियों में भव्य और विशाल पंडाल लगाये जा रहे थें, उसके साज-सज्जा पर लाखों रुपये खर्च किये जा रहे थें. यह वही दौर था, जब लोग लाखों रुपये से निर्मित इस भव्य पंडाल को देख भाव विभोर हो रहे थें. रैलियों में करोड़ों-करोड़ रुपये खर्च कर मोदी की तस्वीर को लोगों के जेहन में उतारा जा रहा था, शायद तब कांग्रेस सत्ता में थी, सत्ता के मद में चूर कांग्रेस को इस बात का एहसास भी नहीं था कि मोदी की रैलियों में फूंका जा रहा यह करोड़ों की राशि कांग्रेस लिए एक खतरा बन सकता है, लेकिन अब जब मोदी- अडाणी की इस कथित युगलबंदी में कांग्रेस के सारे किले धवस्त कर चुके हैं, उनके पास विपक्ष का भूमिका का निर्वाह करने के लिए भी पर्याप्त संख्या बल नहीं बचा है, राहुल गांधी को अडाणी और दूसरे कॉरपोरेट घरानों की शक्ति का अंदाजा हुआ, लेकिन उससे भी बड़ा सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी अब भी पूरी सतर्कता के साथ इस रिश्ते का मुकाबला करेंगे या संसद में इस रिश्ते को याद कर खुद भूलने की गलती कर बैठेंगे.
अडाणी समूह के लिए ग्रीन हाईड्रोजन के क्षेत्र में 19700 करोड़ रुपये की घोषणा
यहां बता दें कि आज संसद में राहुल गांधी ने मोदी अडाणी की इस युगलबंदी को याद करते हुए कहा कि आप इसे रिश्ते को इस प्रकार से समझ सकते हैं, वर्ष 2022 में अडाणी के द्वारा ग्रीन हाईड्रोजन के क्षेत्र में 500 बिलियन डॉलर का निवेश की घोषणा की जाती है, और इधर बजट में ग्रीन हाईड्रोजन पर इंसेटिव देने के लिए 19700 करोड़ रुपये की घोषणा कर दी जाती आज पूरे देश में अडाणी के 50 एयरपोर्ट, कोस्टल शिपिंग काम कर रहा है.
राहुल गांधी का सवाल, विदेश दौरे पीएम मोदी के साथ कितने बार गयें अडाणी
राहुल गांधी ने कहा इस बात का खुलासा होना चाहिए कि प्रधानमंत्री के साथ विदेश दौरे में कितनी बार अडाणी साथ गयें. भाजपा को इलेक्टोरल बॉंन्ड में कितना पैसा अडाणी समूह की ओर से दिया गया. राहुल गांधी यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाते हैं तो इलेक्ट्रिसिटी का कॉन्ट्रैक्ट अडाणी को मिल जाता है, उधर श्रीलंका इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड का चैयरमैन यह दावा करता है कि अडाणी समूह को विंड पॉवर का प्रोजेक्ट देने की पैरवी महेन्द्र राजपक्षे की ओर से आयी थी.
एलआईसी और एसबीआई का पैसा अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश किया गया
देश में हालत यह है कि एलआईसी और एसबीआई का पैसा अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश किया जा रहा है. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और अडाणी की पुरानी तस्वीर को दिखलाते हुए तंज किया यह रिश्ता क्या कहलाता है. उन्होने दावा किया इस रिश्ते की शुरुआत गुजरात से हुई थी, तब अडाणी मोदी की मदद किया करते थें, अब मोदी अडाणी की मदद कर रहे हैं.
आरएसएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की दिमाग की उपज अग्निवीर योजना
राहुल गांधी ने एक और दावा करते हुए कहा कि हमें सेना से रिटायर्ड लोंगो ने बताया कि यह जो अग्निवीर योजना लाई गयी है वह सेना की ओर से नहीं आयी है, वह तो आरएसएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की दिमाग की उपज है. यह योजना सेना पर थोपी जा रही है. पूर्ववर्ती सेना के कर्मियों के द्वारा भी इसको लेकर चिंता जाहिर की जा रही है, उनका मानना है कि इससे समाज में ना बेरोजगारी बढ़ेगी, बल्कि सामाजिक हिंसा में वृद्धि भी देखने को मिलेगी.
आप सदन चलने नहीं देना चाहते- ओम बिरला
इस बीच लोकसभा स्पीकर ने कहा कि ऐसा लगता कि आप सदन नहीं चलने देना चाहते हैं. देश की जनता चाहती है कि यह सदन चलें, हमें अच्छी परंपरा का निर्वाह करना चाहिए. लेकिन आप सदन नहीं चलने देना चाहते.
इस बीच अपनी भारत जोड़ो यात्रा का संस्मरण सुनाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं यात्रा पर निकला तो कहा गया कि मैं बेरोजगार हूं, इसलिए इस यात्रा पर निकला हूं, लेकिन विश्वास रखिये, आप भी 500-600 किलोमीटर पैदल चलिए, आपको भी जनता की आवाज सुनाई देने लगेगी.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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