समय देकर नहीं मिली विधायक सीता सोरेन,जैप अभ्यर्थियों ने क्या कहा आप भी देखिये इस रिपोर्ट में.


रांची(RANCHI)जैप सफल अभ्यर्थियों के द्वारा वर्ष 2021 में अपनी मांगों को लेकर राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में धरना प्रदर्शन दिया गया था .अनशन को तुड़वाने के लिए JMM की जामा विधायक सीता सोरेन गयी थी.उन्होंने अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाया था की मुख्यमंत्री से बात कर उनकी मांगों को रखेंगी. अब अभ्यर्थियों का भरोसा विधायक सीता सोरेन पर से उठ चूका है. अभ्यर्थियों के द्वारा 8 जनवरी को फ़ोन किया गया था तो विधायक ने 10 जनवरी को दोपहर 2 :30 बजे आवास पर आने का समय दिया था.जब पांच सदस्यीय छात्रों की टीम आवास के बाहर पहुंची तो विधायक मैडम फ़ोन नहीं रिसीव नहीं .उनका PA फ़ोन रिसीव कर कहा की मैडम अभी मीटिंग में हैं बाद में बात करेंगी.4 बजे छात्रों ने उनके PA को फ़ोन कॉल किया तो जवाब में उनसे कहा गया की नहीं पता मैडम कहां हैं.उसके बाद छात्रों ने कहा है की बार बार हमें छला जाता है.आश्वासन के भरोसे हमसे धरना तोड़वाया जाता है."हमलोगों ने उन्हें माँ के बराबर का दर्जा दिया है".पर हमारे साथ वह अच्छा नहीं कर रही हैं."वह फिर से कभी नहीं दुबारा सत्ता में आएंगी".
जैप ने 2011 में निकाली थी बहाली
वर्ष 2011 फ़रवरी में 1000 से अधिक पदों के लिए बहाली निकाली थी.इसमें 320 अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली. मेधा सूची जारी होने के इन्तजार में पिछले 11 वर्षों से सफल युवा अभी भी वर्दी के जूनून में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकारें आती-जाती हैं. पर हम अभ्यर्थियों के बारे में कोई नहीं सोचता है. बकौल अभ्यर्थी, पुरानी सरकार ने लाठियां बरसवायीं. नई सरकार पर भी भरोसा था. पर दो वर्ष के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने आश्वासन दिलाकर अनशन को तुड़वाया था. पांच जनवरी को धरना पर साथ देने के लिए बुलवाया था.पर यहां आने पर पता चला कि वे दिल्ली में हैं.
रिपोर्ट:रंजना कुमारी /समीर हुसैन
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