डायन प्रताड़ना मामला: चारों पीड़ितों में से दो गंभीर, 6 आरोपी गिरफ्तार
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दुमका (DUMKA): झारखंड में अंधविश्वास की जड़ें काफी गहरी है. राज्य के विभिन्न जिलों से आए दिन डायन प्रताड़ना के मामले सामने आते हैं. कुछ दिन पूर्व ही राजधानी रांची का मामला समाचार पत्रों की सुर्खियां बना, अब उपराजधानी दुमका में मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आया है. मामला सरैयाहाट थाना क्षेत्र के असवारी गांव का है, जहां डायन होने के संदेह में 3 महिला और एक पुरुष की बेरहमी से पिटाई की गई. इतना ही नहीं उसके शरीर को गर्म सलाखों से दागा गया और जब इससे भी मन नहीं भरा तो सभी को मल मूत्र भी पिलाया गया.
भ्रम या सत्य
ऐसी घटना को सुनकर मन में यह संदेश अवश्य होता है कि क्या सच में ऐसे कोई भी किसी मनुष्य को डायन बताकर कानून को ताक पर रखते हुए किसी की जान ले सकता है, या फिर सच में डायन जैसा कोई ऐसा रहस्य है. जिससे हम आज भी डरते हैं और व्यथित होकर उसे खत्म कर देने को आमदा हो जाते हैं. हमारा मन तथ्यों से ज्यादा साक्ष्य पर भरोसा करता है. ऐसे में अगर कोई इंसान ऐसी कोई कहानी या घटना सुना देता है, तब हमारा मन उसकी बातों को तुरंत स्वीकार कर लेता है कि सच में ऐसी कोई अलौकिक शक्ति हमारे आसपास मौजूद है. शायद यही वजह है कि समाज में डायन बिसाही जैसी अवधारणा लोगों के मन में घर की हुई है और इसी अंधविश्वास को मांनते हुए यह समाज न जाने कितनी महिलाओं की मौत की वजह बन गया है.
आकड़े जान कर हैरान रह जाएंगे आप
झारखंड की उप राजधानी दुमका जिला की बात करें तो पिछले 8 महीने में डायन प्रताड़ना के 6 मामले की प्राथमिकी विभिन्न थाना में दर्ज हुई है. जिसमें तीन की हत्या डायन बताकर कर दी गई. यह सातवां मामला है जिसमें 4 लोगों के साथ जो मानवीय व्यवहार किया गया, उसे सुनकर किसी भी सभ्य समाज का सर शर्म से झुक जाएगा. मामला शनिवार का है जब असवारी गांव के रसी मुर्मू, सोनामुनी टूडू, श्रीलाल मुर्मू और कोलो टूटू को गांव के ही लोगों ने डायन करार दिया और चारों की जमकर पिटाई की. इस घटना से पीड़ित इतना सहमा हुआ था कि उसने पुलिस को सूचना देने की हिम्मत नहीं जुटा पायी. रविवार को पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो थाना प्रभारी ने पुलिस बल को गांव भेज कर पीड़ित व्यक्ति को सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. पीड़ितों में से 2 को बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया गया. पीड़ित की माने तो गांव के ही ज्योतिन मुर्मू ने बैठक कर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा था.

6 आरोपी गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रविवार की शाम नामजद 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिसे आज सोमवार को जेल भेज दिया गया. इसकी पुष्टि हंसडीहा सर्किल के इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह ने की. उन्होंने कहा कि गांव की हालात फिलहाल सामान्य है. एहतियातन पुलिस गश्ती तेज कर दी गई है.
सख्त कानून की ज़रूरत
डायन प्रताड़ना को लेकर नियम कानून भी बने सरकार द्वारा इसको लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. इसके बावजूद अंधविश्वास की जड़ें उखाड़ने के बजाय और गहरी होती जा रही है. सभ्य समाज के लिए यह समस्या विकराल रूप धारण करता जा रहा है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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