धनबाद(DHANBAD): रविवार को धनबाद के जीटी रोड पर राजगंज से लेकर तोपचांची तक सरगर्मी थी.सरकारी अमला सड़क पर था.पुलिस की गाड़ियां दौड़ रही थी तो कोयला तस्कर भी बेचैन थे. कोयला लोड गाड़ियां तो पांच दिनों से खड़ी थी लेकिन उनमें कोई चालान नहीं था. गाड़ियां सिर्फ तोपचांची थाना क्षेत्र में ही नहीं बल्कि राजगंज से ही खड़ी की गई थी. कुछ गाड़ियों का मुंह तोपचांची की तरफ था तो कुछ गाड़ियां बंगाल भी जाने की तैयारी में थी. लेकिन चालान नहीं होने के कारण गाड़ियों को जीटी रोड पर ही खड़ा कर दिया गया था. यह दृश्य पिछले 5 दिनों से था.
11 ट्रक जब्त
जीटी रोड पर सैकड़ो गाड़ियां खड़ी थी. लेकिन इसकी खोजबीन नहीं की जा रही थी. यह अलग बात है कि पिछले 5 दिनों में सैकड़ो बार राजगंज और तोपचांची थाना की पेट्रोलिंग गाड़ियां उस सड़क से गुजरी होगी. लेकिन कोई यह जानने की कोशिश नहीं की कि आखिर ट्रकों के पहिए हिल क्यों नहीं रहे हैं .रविवार को जब हल्ला मचा तो धनबाद के एसडीएम, खनन पदाधिकारी ,राजगंज और तोपचांची की पुलिस जांच में जुटी. जानकारी के अनुसार कुल 80 ट्रकों की जांच की गई. 11 ट्रकों में कागजात नहीं मिले. 6 ट्रकों को तोपचांची थाना के हवाले किया गया जबकि पांच को राजगंज थाना को सुपुर्द किया गया. अगर ट्रक वाले कागजात लेकर सोमवार को भी हाजिर नहीं होते हैं तो मुकदमा किया जाएगा.
क्या धनबाद में कोयला ट्रांसपोर्टिंग में डिस्को पेपर का फिर से शुरू हुआ प्रचलन
सवाल उठता है कि अगर राजगंज से लेकर तोपचांची तक 5 दिनों से कोयला लोड ट्रक खड़े थे और उनमें पेपर नहीं था ,तो क्या धनबाद में कोयला ट्रांसपोर्टिंग में डिस्को पेपर का फिर से प्रचलन शुरू हो गया है. दशकों दशक पहले भी डिस्को पेपर का प्रचलन था . कोयला लोड गाड़ियां कोड बताकर बंगाल, बिहार के थानों को पार करती हुई उत्तर प्रदेश के कोयला मंडी में पहुंच जाती थी. यह अलग बात थी कि रोज कोड बदल दिए जाते थे. तो क्या यही काम फिर से शुरू हो गया है. सेटिंग में कोई गड़बड़ी होने के कारण कोयला तस्कर कोयला लोड गाड़ियों को धनबाद सीमा क्षेत्र से बाहर ले जाने की हिम्मत नहीं जुटा रहे थे.
11 ट्रकों की जब्ती के बाद होंगे कई खुलासे
सूत्र बताते हैं की जांच की भनक लगने के बाद कोयला तस्करों के गुर्गे सक्रिय हो गए थे और कई ट्रक को इधर-उधर ले जाकर खड़ा करवा दिए .कोयला कहां से लोड किया गया था, कहां ले जाना था, यह सब तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन 11 ट्रकों की जब्ती को आधार बनाकर अगर जांच की जाए तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. जीटी रोड पर गाड़ियां क्यों खड़ी थी, आगे क्यों नहीं जा रही थी, इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. कोयला तस्करों में आपसी फूट भी एक कारण गिनता जा रहा है.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो
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