रांची(RANCHI):जामताड़ा के काला जोरिया रेल फाटक हाल्ट के पास हुए हादसे में दो लोगों के मौत की पुष्टी हुई है.शुरुआत में दर्जनों लोगों के कटने की ख़बर आग की तरह पूरे राज्य में फैली.लेकिन जब रेलवे अधिकारी और स्थानीय जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा तो तस्वीर कुछ और दिखी.दो लोगों के शव को पुलिस ने बरामद किया है.साथ ही जिस ट्रेन से हादसे की बात सामने आई थी,इसे भी रेलवे ने खारिज कर दिया है.रेलवे के मुताबिक ट्रेन दो किलोमीटर दूर खड़ी हुई थी.कुछ लोग रेलवे लाइन पार कर रहे थे.तभी किसी ट्रेन की चपेट में दो लोग आ गये.जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
इस दुःखद घटना को लेकर एक और बात सामने आ आ रही है, स्थानीय लोगो के हवाले से कहा जा रहा है की अंग एक्सप्रेस ट्रैन के ही पस्सेंजर थे जो अफरा तफरी के दौरान अप ट्रैक पर आ गए थे और दूसरी तरफ से आ रहीं लोकल ट्रेन के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई, इनके पहचान भी कल ली गई है. इनमे एक जमुई तो दूसरे नवादा के रहने वाले थे साथ ही स्थानीय लोगो का कहना है की कुछ और मुसाफिर हादसे के शिकार हुए है जिनकी खोजबीन की जा रहीं है. उम्मीद है की कल सुबह तक पूरा मामला साफ हो जाएगा, दुर्घटना की असली कहानी क्या है ये जाँच के बाद ही साफ हो पायेगा.
हालांकि जिस तरह की ख़बर जामताड़ा से सांमने आई इससे पूरा राज्य सकते में आ गया था.लोग सोचने लगे थे कि आखिर किसकी लापरवाही से 12 लोगों की जान गई है.लेकिन राहत भरी सूचना आई कि यह महज अफवाह है.दो लोगों की जान गई है.अब तक किसी के घायल होने की भी कोई खबर नहीं है.ना ही आस पास के अस्पताल में कोई भर्ती है.
इस मामले में सांसद निशिकांत दुबे ने बयान दिया है.निशिकांत दुबे ने बताया कि यह अफवाह है कि दर्जनों लोगों की मौत हुई है.जिस ट्रेन का हवाला दिया गया है वह दो किलोमीटर दूर खड़ी थी.दो मजदूर रेलवे ट्रैक पर चल रहे थे उनकी मौत हुई है.इस मामले में मृतक के परिवार के प्रति उनकी साहनुभूति है.रेलवे की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.उन्होंने कहा कि अफवाह रेलवे और भारत सरकार को बदनाम करने के लिए फैलाई गई है.
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