धनबाद(DHANBAD): धनबाद में मनिंद्र मंडल की प्रतिमा के अनावरण के समय में झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग एकजुट होकर काम करें. झारखंड और धनबाद के विकास में अपनी भागीदारी निभाएं. लेकिन इस सुझाव का कोई असर झारखंड मुक्ति मोर्चा ,धनबाद जिला कमेटी पर होता नहीं दिख रहा है. एक बार फिर धनबाद जिला कमेटी में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू ने जिला कमेटी पर लगाया ये आरोप
धनबाद जिला कमेटी से नाराज चल रहे पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू ने जिला कमेटी पर मनमानी करने का आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि जिला कमेटी कायदे कानून को ताक पर रखकर काम कर रही है. इसके बाद पलटवार करते हुए जिला अध्यक्ष लक्की सोरेन ने यहां तक कह डाला की जिला अध्यक्ष की कुर्सी जाने से रमेश टुडू का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. अध्यक्ष एवं सचिव ने संयुक्त रूप से प्रेस बयान जारी कर कहा है कि पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू द्वारा कई तरह के आरोप लगाए गए हैं ,जो निराधार और बे बुनियाद हैं .
जिला अध्यक्ष लक्की सोरेन ने रमेश टुडू पर किया पलटवार
शोभन चक्रवर्ती के निष्कासन के संबंध में कहा गया है कि 6 जुलाई को उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था. उसके बाद केंद्रीय समिति के निर्देशानुसार उन पर संगठनात्मक कार्रवाई की गई है. लेकिन रमेश टुडू इसके खिलाफ बोलकर संगठन को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि उनका यह मकसद सफल नहीं होगा.आरोप लगाया गया है कि रमेश टुडू तिलमिला गए हैं. उनके क्रियाकलाप से स्पष्ट है कि उनके लिए संगठन मायने नहीं रखता. निजी स्वार्थ के लिए बयान बाजी कर रहे हैं और संगठन में गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं.आरोप तो यहां तक लगा दिया गया कि वह विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. संगठन हित के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होते. अगर इन्हें धनबाद जिला कमेटी से कोई नाराजगी है तो वह पार्टी फोरम में अपनी बात को रखते. संगठन को नुकसान पहुंचाने के लिए बैठक बाजी करते हैं. उनके हर एक गतिविधियों की जानकारी केंद्रीय नेतृत्व को दी जाएगी.
झारखंड मुक्ति मोर्चा धनबाद जिला कमेटी के लोग आपस में लड़ रहे
धनबाद जिले में झारखंड मुक्ति मोर्चा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी की जन्मस्थली धनबाद में ही विवाद के कारण पार्टी की गतिविधियां तार तार हो रही है. यह अलग बात है कि केंद्रीय नेतृत्व ने हस्तक्षेप कर धनबाद के विवाद को खत्म करा दिया और नई जिला समिति का गठन हुआ. फिर भी मोर्चाबंदी खत्म नहीं हुई है .चुनाव अब अधिक दूर नहीं है, ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थानीय नेताओं के बीच की लड़ाई पार्टी को कितना नुकसान करेगी,यह तो आनेवाल वक्त ही बताएगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा का धनबाद में अब अपना कार्यालय हो गया है. पहले कार्यालय नहीं था. लेकिन विवाद खत्म करने का प्रयास सफल नहीं हो रहा है. कोई मनमानी करने का आरोप लगा रहा है तो कोई कह रहा है कि मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. जिस तरह झारखंड स्तर पर पक्ष विपक्ष में लड़ाई चल रही है, इसी तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा धनबाद जिला कमेटी के लोग आपस में लड़ रहे हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
4+