धनबाद(DHANBAD): धनबाद में शनिवार को तिब्बती रिफ्यूजी स्वेटर सेलर वेलफेयर एसोसिएशन ने शांति नोबेल पुरस्कार विजेता दलाई लामा के दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. आज से 33 वर्ष पूर्व उन्हें सर्वोच्च बौद्ध धर्म गुरु शांति नोबेल पुरस्कार मिला था. वैसे तो आज का दिन विश्व मानवाधिकार दिवस है लेकिन हर वर्ष 10 दिसंबर को तिब्बती लोग धर्म गुरु और विश्व के महान शांतिदूत दलाई लामा की पूजा अर्चना करते हैं और मिठाइयां बांटते हैं. पिछले 2 साल से कोरोना के कारण तिब्बती धनबाद नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस साल दुकान लगी है. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं और तिब्बतियों में आज के दिन को लेकर काफी उत्साह रहता है. 1982 से तिब्बती लोग धनबाद में गर्म कपड़े का बाजार लगाते आ रहे हैं. 1982 के पहले भी धनबाद में गर्म कपड़े बेचने आते थे लेकिन उस समय यह लोग संगठित नहीं थे. लेकिन 1982 के बाद संगठित होकर प्रशासन की अनुमति लेकर गर्म कपड़ों का बाजार लगाते हैं.
दलाई लामा की लंबी आयु के लिए की गई प्रार्थना
दलाई लामा की लंबी आयु के लिए शनिवार को हीरापुर के जिला परिषद मैदान और पुराना बाजार की न्यू रेलवे स्टेशन कॉलोनी स्थित तिब्बती रिफ्यूजी स्वेटर मार्केट में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इसी दौरान तिब्बत का आजादी दिवस भी मनाया गया. ज़िला परिषद मैदान में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि धनबाद डीडीसी शशि प्रकाश शामिल हुए. दीप प्रज्वलित कर उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद तिब्बतियों ने दलाई लामा की लंबी आयु के लिए दीपक जलाये. दोनों जगहों पर आयोजित समारोह में 700 से ज्यादा तिब्बती परिवार शामिल हुए. डीडीसी के स्वागत में तिब्बती नृत्य प्रस्तुत किया गया. वक्ताओं ने कहा कि 10 दिसंबर तिब्बतियों के लिए बहुत मायनों में खास है.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ संतोष
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